रांची: मानसून आने के बाद भी अब तक राज्य के हर जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश देखी गई है. पूरे राज्य में अब तक व्यापक स्तर की बारिश नहीं हुई है, जो किसानों और राज्य वासियों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है.
मौसम विभाग ने बताया कि जुलाई महीने में राजधानी सहित पूरे राज्य में सामान्य से काफी कम बारिश देखी गई है, लेकिन 22 से 23 जुलाई के बाद राज्य में मॉनसून के एक बार फिर से सक्रिय होने के आसार हैं.
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मौसम वैज्ञानिक आर.एस शर्मा ने पश्चिमी प्रशांत महासागर में "दनश" चक्रवाती तूफान को कम बारिश होने का वजह बताया. उन्होंने कहा कि जैसे ही अगले तीन-चार दिनों में "दनश" चक्रवाती तूफान खत्म होगा उसके बाद ही मॉनसून पूर्वी भारत में सक्रिय होगा.
पूरे राज्य में सामान्य से 40% कम बारिश देखी गई है
- राज्य में 1 जुलाई से 17 जुलाई तक 376.6 मिलीमीटर बारिश होनी थी, लेकिन अब तक मात्र 229.2 मिलीमीटर बारिश हुई है.
- बोकारो में सामान्य बारिश 357.7 मिलीमीटर होनी है, जहां अब तक 179.1 मिलीमीटर ही बारिश देखी गई है, जो सामान्य से 50% कम वर्षापात बताए जा रहे हैं.
- जमशेदपुर में 411.4 मिलीमीटर बारिश होनी है, लेकिन वहां भी अब तक मात्र 299.3 मिलीमीटर बारिश देखी गई है, जो सामान्य से 27% कम वर्षापात बताए जा रहे हैं.
- राजधानी रांची में 396.4 मिलीमीटर बारिश होनी है, जो अब तक मात्र 217.2 मिलीमीटर बारिश देखी गई है, जो सामान्य से 45% कम बारिश बताए जा रहे हैं.
- हजारीबाग में 388.8 मिलीमीटर बारिश होनी है, जबकि अब तक मात्र 217.2 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से 44% कम बताए जा रहे हैं.
- वहीं, पलामू में 274.1 मिली मीटर बारिश होनी है, लेकिन यहां पर अब तक मिलाजुला कर सही वर्षापात देखी गई है, पलामू में अब तक 232 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से मात्र 15% कम है.
इन जिलों में भी हुआ कम वर्षापात
बारिश के हालात गोड्डा, गिरिडीह, धनबाद, पाकुर, खूंटी सिमडेगा, सरायकेला, खरसावां सहित अन्य जिलों में काफी कम है. जिस वजह से किसानों को खेती करने में भी काफी समस्या हो रही है. बारिश कम होने के वजह से कई जिलों में किसान अपनी रोपनी भी नहीं कर पाए हैं.
मौसम विभाग के अनुसार जुलाई महीने के अंत तक राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में मानसून सक्रिय होने के बाद वर्षापात में वृद्धि देखी जाएगी, जो निश्चित रूप से किसानों और राज्य वासियों को लाभ पहुंचाएगा.