रांची: जिले के सदर थाना क्षेत्र में छेड़छाड़ के आरोप में जेल भेजे जाने से पहले आरोपी स्वास्थ्यकर्मी का बीपी बढ़ गया. बीपी बढ़ने से जेल के बजाए उसे रिम्स भेज दिया गया, जहां वह इमरजेंसी वार्ड में आरोपी का इलाज जारी है.
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार रांची के सदर थाना क्षेत्र के कोकर तिरिल बस्ती निवासी सुधीर कुमार दत्ता (58) को सदर थाने की पुलिस ने बुधवार को एक नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया था, जिसे गुरुवार को जेल भेजने से पहले मेडिकल के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां वे गिर पड़े. इससे वहां अफरा-तफरी मच गया. गिरने के बाद पुलिसकर्मियों ने उसे डॉक्टरों के पास ले गया, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें रिम्स रेफर कर दिया. फिलहाल रिम्स के आइसीयू में उसे भर्ती कराया गया है. सुधीर कुमार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी हैं.
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नाबालिग से छेड़छाड़ का आरोप
सुधीर कुमार दत्ता पर एक 15 वर्ष की नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोप में उसकी मां ने केस दर्ज कराई है, जिसमें बताया है कि गलत हरकत की कोशिश के लिए छेड़छाड़ किया गया. इस मामले में पुलिस ने छेड़खानी और पॉक्सो के तहत केस दर्ज किया गया, जिसके बाद पुलिस ने जेल भेजे जाने के बाद फॉरवर्ड किया.
बेटी बोले, बुजुर्ग पिता को फंसा गया
इधर सुधीर कुमार दत्ता की बेटी सीमा दास ने बताया कि उनके बुजुर्ग पिता को झूठे आरोप में फंसाया गया है. उन्होंने किसी प्रकार की गलत हरकत नहीं की है, वे बुजुर्ग हैं, अपने पोती या नतिनी के उम्र की बच्ची से छेड़छाड़ सोच भी नहीं सकते. जेल जाने से पहले उनके मुंह से खून आ गया. वे गंभीर रूप से बीमार हैं. उन्होंने बताया कि पहले से उन्हें बीपी की बीमारी है, गलत दुर्भावना से नाबालिग की मां ने केस दर्ज करा दिया है.