रांचीः एक बार फिर राज्य के पारा शिक्षक आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. स्थायीकरण और वेतनमान को लेकर आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही है. 27 दिसंबर को रांची में पारा शिक्षक संघ के राज्य कमेटी के प्रतिनिधियों की एक बैठक आयोजित की जाएगी. जिसमें आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी. इसकी जानकारी एकीकृत पारा शिक्षक संघ की ओर से की दी गई है.
27 दिसंबर को प्रतिनिधियों की बैठक
रघुवर सरकार के कार्यकाल में भी पारा शिक्षकों ने जोरदार आंदोलन किया था. उस दौरान पारा शिक्षकों ने रघुवर सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि अगर पारा शिक्षकों को स्थायी नहीं किया गया तो पार्टी को सत्ता से बेदखल कर दिया जाएगा. पारा शिक्षकों ने एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मतदान किया और काफी उम्मीद के साथ सत्ता पर यूपीए गठबंधन की सरकार को चुनी गई.
हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार का एक वर्ष 29 दिसंबर को पूरा होने जा रहा हैं, लेकिन पारा शिक्षकों की जो मांग थी वह मांग अभी भी अधर में लटकी हुई है. इसे देखते हुए पारा शिक्षकों ने एक बार फिर स्थायीकरण और वेतनमान को लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार करने के उद्देश्य से 27 दिसंबर को प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की है. यह बैठक एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की ओर से बुलाई गई है.
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विभिन्न शिक्षक संघ के प्रतिनिधि रहेंगे मौजूद
बैठक में झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक महासंघ, सामुदायिक पारा शिक्षक संघ, टेट सफल पारा शिक्षक संघ और झारखंड राज्य सहयोगी शिक्षा मित्र संघ के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. बैठक के दौरान अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों के मानदेय भुगतान, स्थायीकरण की मांग को लेकर विशेष रूप से विचार विमर्श किया जाएगा. नए साल में पारा शिक्षक नए तरीके से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की शुरुआत करेंगे.