रांची: मेयर डॉ आशा लकड़ा ने जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र शाखा का निरीक्षण किया. इस क्रम में उन्होंने शाखा के कर्मियों से प्रतिदिन जन्म-मृत्यु से संबंधित आवेदन और प्रतिदिन जारी किए जा रहे जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र की जानकारी ली. नगर निगम में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र से संबंधित लगातार शिकायत मिल रही थी.
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निरीक्षण के दौरान कर्मियों ने मेयर को बताया कि इन दिनों मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए सबसे अधिक लगभग 100 आवेदन प्रतिदिन आ रहे हैं, जिनमें सामान्य और कोरोना संक्रमण से हुई मौत के आवेदनों की संख्या लगभग 80 है, शेष 20 आवेदन ऐसे होते हैं, जिन्हें वेरिफिकेशन के लिए सांख्यिकी कार्यालय या सदर अनुमंडल अधिकारी के पास भेज जा रहा है, सामान्य और कोरोना संक्रमण से हुई मौत के आवेदन पर अधिकतम एक सप्ताह की समय अवधि में मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं, साथ ही मृत्यु प्रमाण पत्र से संबंधित आवेदन पत्र में यह सुविधा भी दी गई है, कि अगर कोई व्यक्ति स्वयं निगम कार्यालय आने में असमर्थ है, तो वह किसी व्यक्ति को नामित कर उनके और स्वयं के पहचान पत्र के साथ मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकता है. कर्मियों ने मेयर को यह भी बताया कि फिलहाल जन्म प्रमाण पत्र के लिए प्रतिदिन 20-25 आवेदन आ रहे हैं, जिन्हें निर्धारित समय पर जन्म प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है.
मेयर ने कर्मियों को दी चेतावनी
निरीक्षण के क्रम में मेयर ने जन्म-मृत्यु शाखा के कर्मियों को चेतावनी देते हुए कहा कि आम लोगों को जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए किसी प्रकार की परेशानी न हो, इस पर विशेष रूप से ध्यान दें, काउंटर पर आवेदकों के लिए पर्याप्त संख्या में आवेदन पत्र का फॉर्म रखें, ताकि उन्हें आवेदन पत्र से संबंधित फॉर्म के लिए बिचौलियों के पास जाने की जरूरत न पड़े. कुछ दिनों पहले मेयर आशा लकड़ा को शिकायत मिली थी कि निगम के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र से संबंधित काउंटर पर आवेदकों को फॉर्म नहीं दिया जा रहा था. आवेदक निगम परिसर के बाहर 40 रुपये में फॉर्म खरीदने के लिए मजबूर थे. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधि में अगर कोई निगम कर्मी संलिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.