रांची: जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता आयोग ने रूपा तिर्की मौत की जांच शुरू कर दी है. इस केस की गुत्थी सुलझाने के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग के समक्ष राज्य के दो आला अधिकारी गृह सचिव और डीजीपी ने पहुंचकर अब तक हुई कार्रवाई और अनुसंधान से आयोग को अवगत कराया है. रूपा तिर्की संदेहास्पद मौत की गुत्थी सुलझा रहे न्यायिक जांच आयोग जल्द ही साहिबगंज स्थित घटनास्थल का दौरा करेगा.
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न्यायिक जांच आयोग के चेयरमैन जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता ने इस मामले में जांच प्रारंभ करते हुए कहा कि आयोग द्वारा अभी नोटिस भेजकर लोगों से जानकारी इकठ्ठा की जा रही है.
आयोग आने वाले समय में रूपा तिर्की के साहिबगंज स्थित आवास का दौरा करेगी. जस्टिस गुप्ता ने कहा कि इस मामले में आयोग पूरी तत्परता के साथ जांच कर सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी.
ईटीवी भारत द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए जस्टिस गुप्ता ने कहा कि रुपा के परिजनों से भी बातचीत की जायेगी और बातचीत के दौरान यदि किसी पर आरोप लगते हैं तो उनसे भी आयोग पूछताछ करेगी.
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उन्होंने कहा कि राज्य के डीजीपी और गृहसचिव से बातचीत के क्रम में जानकारी हासिल हुई है और आगे जांच तेजी से की जाएगी. अगली सुनवाई एक महीने बाद रांची आयोग कार्यालय में होगी इससे पहले साहिबगंज घटनास्थल का दौरा किया जायेगा.
राज्य सरकार ने गठित किया है न्यायिक जांच आयोग
साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत के बाद पुलिसिया जांच पर उठ रहे सवाल को देखते हुए राज्य सरकार ने इस मामले की जांच हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता से कराने का निर्णय लिया था. एक सदस्यी यह आयोग पूरे प्रकरण की जांच कर सरकार को रिपोर्ट सौपेंगी.
न्यायिक आयोग के समक्ष उपस्थित हुए गृहसचिव और डीजीपी
साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत मामले की न्यायिक जांच शुरू हो गई है. राज्य सरकार द्वारा हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता से इस मामले की जांच कराने के फैसले के बाद शुक्रवार से आयोग ने इसकी पड़ताल करनी शुरू कर दी है.
उत्पाद भवन स्थित न्यायिक आयोग के दफ्तर में पहले दिन गृह सचिव राजीव अरुण एक्का और डीजीपी नीरज सिन्हा उपस्थित हुए. जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता के कार्यालय में दोनों अधिकारियों से अलग-अलग घटना के संबंध में जानकारी ली गई.
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गृह सचिव राजीव अरुण एक्का ने हालांकि इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया. गृहसचिव के बाद डीजीपी नीरज सिन्हा न्यायिक आयोग के समक्ष पहुंचे. आयोग के समक्ष करीब आधे घंटे तक रहने के दौरान डीजीपी ने रुपा तिर्की संदेहास्पद मौत मामले में पुलिस द्वारा अब तक हुई कार्रवाई और जांच के बारे में जानकारी दी.
पुलिस द्वारा इस मामले में बरामद साक्ष्य के रुप में फोन कॉल एवं अन्य बरामद सामानों की जानकारी दी गई. डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा कि इस मामले में आयोग के समक्ष सारी जानकारी दी गई है और आज से ज्यूडिशियल इंक्वायरी शुरू हो गई है.
राज्य के दोनों आला अधिकारियों द्वारा न्यायिक आयोग के समक्ष दी गई जानकारी के बाद इस केस की जांच शुरू हो गई है और उम्मीद की जा रही है कि आयोग जल्द ही कोई नतीजे पर पहुंचेगा.
रूपा के परिजन कर रहे हैं सीबीआई जांच
रूपा तिर्की केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग लगातार हो रही है. परिजन मुख्यमंत्री से लेकर राजभवन तक का गुहार लगा चुके हैं. परिजनों का मानना है कि पुलिस अनुसंधान भेदभाव पूर्ण है और रूपा तिर्की की मौत आत्महत्या से नहीं बल्कि उसका मर्डर हुआ है.
रूपा तिर्की मौत मिस्ट्री
2018 में बतौर एसआई के रुप में साहिबगंज में पोस्टिंग के बाद रूपा तिर्की बाद में महिला थाना प्रभारी के रूप में पोस्टेड थी जिसकी 3 मई को संदेहास्पद मौत हो गई. पुलिस ने जांच के दौरान प्रेम प्रसंग में हुई आत्महत्या मान रही है. घटना के बाद से लगातार इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग हो रही थी.
रांची के रातू की रहने वाली रूपा तिर्की स्वभाव से काफी मिलनसार और मृदभाषी थी. रूपा जॉब करने से पहले घर के आसपास के बच्चों को टयूशन पढ़ाती थी.
ट्यूशन के साथ पढ़ाई करते करते रूपा का चयन बैक ऑफ इंडिया में पीओ के पद पर हुआ था. बतौर बैक अधिकारी रूपा ने बीओआई सिसई में काम भी किया था. बैंक में नौकरी करते हुए वह पुलिस सेवा के लिए प्रयास करती रही.