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नागरिकता संशोधन बिल: JMM ने किया विरोध, अल्पसंख्यकों के लिए बताया काला दिन - CAB

नागरिकता संशोधन बिल (CAB) को लेकर एक ओर जहां देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, वहीं बीजेपी समर्थक इस बिल को लेकर जश्न मना रहे हैं. एनआरसी और सीएबी को लेकर जेएमएम ने भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. इस बिल को देश विरोधी बताते हुए जेएमएम ने कहा कि यह अल्पसंख्यकों के लिए काला बिल है.

JMM opposes citizenship amendment bill in ranchi
फाइल फोटो
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Published : Dec 11, 2019, 8:32 PM IST

रांची: नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ देशभर में घमासान जारी है. एनआरसी और सीएबी को लेकर सत्ताधारी पार्टी जहां फायदा गिना रही है. वहीं, विरोधी इसके खिलाफ खड़े हैं. लोकसभा के बाद राज्यसभा में बिल पेश किए जाने के बाद जेएमएम ने भी इस बिल को देश विरोधी बताया है.

देखें पूरी खबर

एनआरसी और नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ पूर्वोत्तर में विरोध प्रदर्शन लगातार जारी हैं. लोकसभा के बाद राज्यसभा में गुरुवार को बिल पेश किया गया. ऐसे में राजनीतिक प्रदर्शन भी बढ़ रहा है. इस बिल को लेकर कुछ लोग इसके फायदे गिना रहे हैं तो कुछ इसके विरोध में खड़े हैं. नरेंद्र मोदी सरकार ने नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में तो बिना किसी परेशानी से पास करा लिया, लेकिन इसका विरोध अभी भी जारी है. इसी कड़ी में जेएमएम ने भी इस बिल को देश विरोधी बताया है. साथ ही अल्पसंख्यकों के लिए इस बिल को काला कानून करार दिया है.

इसे भी पढ़ें- तीसरे चरण के 'रण' में 'आधी आबादी' पर भी नजर, 32 महिलाएं ठोक रही ताल

नागरिकता संशोधन विधेयक में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हिंदू, जैन, ईसाई, सिख, बौद्ध और पारसी समुदाय को भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव है, जबकि इस बिल से मुस्लिम समुदाय को बाहर रखा गया है. इस बिल को लोकसभा में केंद्र सरकार ने आसानी से पास करा लिया. लेकिन, एनआरसी और सीएबी के खिलाफ देश के कई हिस्सों से विरोध के स्वर उठ रहे हैं. कई लोग इस बिल को बेहतर भी बता रहे हैं. इसी कड़ी में झारखंड की मुख्य क्षेत्रीय पार्टी जेएमएम ने बुधवार को इस बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है. जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार कभी भी अल्पसंख्यकों के हित में आवाज नहीं उठाती है. इस बिल को लाकर बीजेपी अल्पसंख्यकों के लिए काला कानून बना रही है. इस बिल का जेएमएम हमेशा विरोध करेगा.

रांची: नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ देशभर में घमासान जारी है. एनआरसी और सीएबी को लेकर सत्ताधारी पार्टी जहां फायदा गिना रही है. वहीं, विरोधी इसके खिलाफ खड़े हैं. लोकसभा के बाद राज्यसभा में बिल पेश किए जाने के बाद जेएमएम ने भी इस बिल को देश विरोधी बताया है.

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एनआरसी और नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ पूर्वोत्तर में विरोध प्रदर्शन लगातार जारी हैं. लोकसभा के बाद राज्यसभा में गुरुवार को बिल पेश किया गया. ऐसे में राजनीतिक प्रदर्शन भी बढ़ रहा है. इस बिल को लेकर कुछ लोग इसके फायदे गिना रहे हैं तो कुछ इसके विरोध में खड़े हैं. नरेंद्र मोदी सरकार ने नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में तो बिना किसी परेशानी से पास करा लिया, लेकिन इसका विरोध अभी भी जारी है. इसी कड़ी में जेएमएम ने भी इस बिल को देश विरोधी बताया है. साथ ही अल्पसंख्यकों के लिए इस बिल को काला कानून करार दिया है.

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नागरिकता संशोधन विधेयक में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हिंदू, जैन, ईसाई, सिख, बौद्ध और पारसी समुदाय को भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव है, जबकि इस बिल से मुस्लिम समुदाय को बाहर रखा गया है. इस बिल को लोकसभा में केंद्र सरकार ने आसानी से पास करा लिया. लेकिन, एनआरसी और सीएबी के खिलाफ देश के कई हिस्सों से विरोध के स्वर उठ रहे हैं. कई लोग इस बिल को बेहतर भी बता रहे हैं. इसी कड़ी में झारखंड की मुख्य क्षेत्रीय पार्टी जेएमएम ने बुधवार को इस बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है. जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार कभी भी अल्पसंख्यकों के हित में आवाज नहीं उठाती है. इस बिल को लाकर बीजेपी अल्पसंख्यकों के लिए काला कानून बना रही है. इस बिल का जेएमएम हमेशा विरोध करेगा.

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रांची।

एनआरसी और सीएबी बिल को लेकर देशभर में घमासान है कुछ लोग इसके फायदे गिना रहे हैं तो कुछ लोग इसके विरोध में खड़े हैं .नरेंद्र मोदी सरकार नागरिकता संशोधन विधेयक को लोकसभा में तो बिना किसी परेशानी से पास करा दिया. लेकिन इसका विरोध अभी भी जारी है .इसी कड़ी में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी इस बिल को देश विरोधी बताया है. साथ ही अल्पसंख्यकों के लिए काला कानून करार दिया है.


Body:नागरिकता संशोधन विधेयक में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हिंदू, जैन, ईसाई, सिख, बौद्ध और पारसी समुदाय को भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव है .इस बिल से मुस्लिम समुदाय को बाहर रखा गया है और इस बिल को लोकसभा में केंद्र सरकार द्वारा आसानी से पास कर दिया गया है. लेकिन एनआरसी और सीएबी बिल का देश के कई कोने से विरोध का स्वर उठ रहा है .कई लोग इस बिल को बेहतर बताया है. तो कई लोगों ने इसके विरोध में आवाज बुलंद किया है .इसी कड़ी में झारखंड के मुख्य क्षेत्रीय पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस बिल को अल्पसंख्यकों के लिए काला कानून बताया है.वहीं इस बिल को देश विरोधी भी करार दिया है .जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार कभी भी अल्पसंख्यकों के हित में आवाज नहीं उठाया है और इस बिल का झारखंड मुक्ति मोर्चा हमेशा ही विरोध करती रहेगी .सड़क से लेकर सदन तक इस बिल का विरोध होगा चाहे परिस्थिति कुछ
भी हो.


Conclusion:गौरतलब है कि अधिकतर भाजपा विरोधी राजनीतिक पार्टियों ने इस बिल का विरोध किया है. ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी इस बिल के विरोध में अपना आवाज बुलंद किया है.

बाइट- सुप्रियो भट्टाचार्य ,झारखंड मुक्ति मोर्चा, केंद्रीय महासचिव.
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