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सीएम रघुवर समेत कई मंत्री भी हारे, अब झारखंड में हेमंत की युवा सरकार - jharkhand vidhan sabha 2019 result

झारखंड मांगे... युवा सरकार... हेमंत के इस नारे को सूबे की जनता ने पसंद किया और उन्हें अपना मुखिया चुन लिया... झारखंड की जनता ने जेएमएम के नेतृत्व को पूर्ण बहुमत दिया है...गठबंधन का नेतृत्व कर रहे हेमंत सोरेन को प्रचंड बहुमत से सरकार चलाने का जनादेश दिया है.

jharkhand vidhan sabha election result 2019
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Published : Dec 23, 2019, 8:58 PM IST

Updated : Dec 23, 2019, 9:45 PM IST

रांची: हेमंत सोरेन ने दुमका और बरहेट दोनों सीट से जीत दर्ज की है. इसके साथ ही कांग्रेस और आरजेडी ने भी जोरदार वापसी की है. अपनी जीत से गदगद हेमंत ने राज्य की जनता को धन्यवाद दिया है. अगले एक दो दिनों में सरकार गठन को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी. मसलन किस पार्टी से कौन मंत्री बनेगा. लेकिन ये तो तय है कि हेमंत सोरेन दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. सरकार गठन को लेकर जेएमएम अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर तय करेगी.

देखें पूरी खबर

इधर घर-घर रघुवर के नारे को जनता ने पसंद नहीं किया. रघुवर से जनता की नाराजगी इस कदर टूटा कि रघुवर को अपने ही घर से बाहर कर दिया, यानि जिस सीट से वो पिछले पांच बार से जीत रहे थे उस सीट पर उन्हीं के मंत्रिमंडल के सहयोगी सरयू राय ने धूल चटा दी. एनडीए फोल्डर से बाहर निकलकर झारखंड बीजेपी अकेले चुनाव लड़ी. चुनाव का परिणाम ऐसा कि सीएम, विधानसभा अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष समेत कई मंत्री चुनाव हार गए. रघुवर दास ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि वे जनता के फैसले को स्वीकार करते हैं.

हालांकि एनडीए फोल्डर से अलग हुए आजसू को भी नुकसान हुआ है. उसे भी पिछली बार के 5 सीटों के मुकाबले इस बार तीन सीट पर ही जीत हासिल हुई है. आजसू के लिए राहत की बात ये है कि पिछले कुछ चुनावों से हारने वाले पार्टी प्रमुख सुदेश को जीत मिली है. जेडीयू और एलजेपी ने अकेले चुनाव जरूर लड़ा लेकिन एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई.

बीजेपी के लिए बोरो प्लेयर फिसड्डी साबित हुए. चुनाव से ठीक पहले जेएमएम और कांग्रेस के कई विधायक बीजेपी में शामिल हुए. इसमें अधिकतर नेताओं को हार का मूंह देखना पड़ा. जेएमएम से बीजेपी में आए कुणाल षाड़ंगी, कांग्रेस से बीजेपी में गए विधायक मनोज यादव, सुखदेव भगत बुरी तरह हार गए.

विधानसभा चुनाव 2019 का ये जनादेश साल 2019 खत्म होते-होते जेएमएम के लिए खुशियां लेकर आई है. जेएमएम समर्थक पटाखे जलाने के साथ मिठाइयां बांट रहे तों दूसरी ओर बीजेपी के समर्थकों में मायूसी है. बहरहाल, लोगों को उम्मीद है कि युवा अवस्था की दहलीज पर पहुंच चुके झारखंड के लिए ये जनादेश मील का पत्थर साबित होगा.

झारखंड चुनाव में बीजेपी की हार रघुवर दास की नाकामी की वजह से हुई या केंद्र सरकार की नीतियों की या फिर महागठबंधन के नेताओं की जी तोड़ मेहनत के कारण...इसका विश्लेषण अगले कई महीनों तक होता रहेगा... लेकिन फिलहाल ये तो तय है कि युवा झारखंड की जनता को नई युवा सरकार मिल चुकी है.

रांची: हेमंत सोरेन ने दुमका और बरहेट दोनों सीट से जीत दर्ज की है. इसके साथ ही कांग्रेस और आरजेडी ने भी जोरदार वापसी की है. अपनी जीत से गदगद हेमंत ने राज्य की जनता को धन्यवाद दिया है. अगले एक दो दिनों में सरकार गठन को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी. मसलन किस पार्टी से कौन मंत्री बनेगा. लेकिन ये तो तय है कि हेमंत सोरेन दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. सरकार गठन को लेकर जेएमएम अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर तय करेगी.

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इधर घर-घर रघुवर के नारे को जनता ने पसंद नहीं किया. रघुवर से जनता की नाराजगी इस कदर टूटा कि रघुवर को अपने ही घर से बाहर कर दिया, यानि जिस सीट से वो पिछले पांच बार से जीत रहे थे उस सीट पर उन्हीं के मंत्रिमंडल के सहयोगी सरयू राय ने धूल चटा दी. एनडीए फोल्डर से बाहर निकलकर झारखंड बीजेपी अकेले चुनाव लड़ी. चुनाव का परिणाम ऐसा कि सीएम, विधानसभा अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष समेत कई मंत्री चुनाव हार गए. रघुवर दास ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि वे जनता के फैसले को स्वीकार करते हैं.

हालांकि एनडीए फोल्डर से अलग हुए आजसू को भी नुकसान हुआ है. उसे भी पिछली बार के 5 सीटों के मुकाबले इस बार तीन सीट पर ही जीत हासिल हुई है. आजसू के लिए राहत की बात ये है कि पिछले कुछ चुनावों से हारने वाले पार्टी प्रमुख सुदेश को जीत मिली है. जेडीयू और एलजेपी ने अकेले चुनाव जरूर लड़ा लेकिन एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई.

बीजेपी के लिए बोरो प्लेयर फिसड्डी साबित हुए. चुनाव से ठीक पहले जेएमएम और कांग्रेस के कई विधायक बीजेपी में शामिल हुए. इसमें अधिकतर नेताओं को हार का मूंह देखना पड़ा. जेएमएम से बीजेपी में आए कुणाल षाड़ंगी, कांग्रेस से बीजेपी में गए विधायक मनोज यादव, सुखदेव भगत बुरी तरह हार गए.

विधानसभा चुनाव 2019 का ये जनादेश साल 2019 खत्म होते-होते जेएमएम के लिए खुशियां लेकर आई है. जेएमएम समर्थक पटाखे जलाने के साथ मिठाइयां बांट रहे तों दूसरी ओर बीजेपी के समर्थकों में मायूसी है. बहरहाल, लोगों को उम्मीद है कि युवा अवस्था की दहलीज पर पहुंच चुके झारखंड के लिए ये जनादेश मील का पत्थर साबित होगा.

झारखंड चुनाव में बीजेपी की हार रघुवर दास की नाकामी की वजह से हुई या केंद्र सरकार की नीतियों की या फिर महागठबंधन के नेताओं की जी तोड़ मेहनत के कारण...इसका विश्लेषण अगले कई महीनों तक होता रहेगा... लेकिन फिलहाल ये तो तय है कि युवा झारखंड की जनता को नई युवा सरकार मिल चुकी है.

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jharkhand vidhan sabha election result 2019

 


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Last Updated : Dec 23, 2019, 9:45 PM IST
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