रांची: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर बिहार की तर्ज पर वेतनमान और राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग पारा शिक्षकों ने तेज कर रही है. इसको लेकर आकलन परीक्षा पास प्रशिक्षित पारा शिक्षकों (सहायक शिक्षक) ने सोमवार (2 अक्टूबर) को रांची में कांग्रेस प्रदेश कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया.
तीन अक्टूबर को झामुमो कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन: शिक्षकों ने इस दौरान कांग्रेस कार्यालय में जमकर नारेबाजी की. साथ ही सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. पारा शिक्षकों ने कहा कि 2019 में चुनाव से पहले झामुमो-कांग्रेस और राजद ने उनकी सेवा नियमित करने, वेतनमान और अन्य कल्याणकारी सुविधाएं देने की बात कही थीं लेकिन सरकार बनने के बाद मांगें पूरी नहीं हुई. आंदोलित पारा शिक्षकों ने कहा कि तीन अक्टूबर को वो झामुमो कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करेंगे.
प्रधान महासचिव सुमन कुमार ने क्या कहा: झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ के प्रधान महासचिव सुमन कुमार ने कहा कि राज्य की सरकार ने उनके साथ धोखा किया है. कहा कि एक बार फिर शिक्षक आंदोलन की राह पकड़ने को मजबूर हुए हैं. सुमन कुमार ने कहा कि शिक्षक मंगलवार को झामुमो के हरमू स्थित कैंप कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगे.
आंदोलित शिक्षकों ने की ये मांग: शिक्षकों ने कहा कि वे सभी प्रशिक्षित और सरकार द्वारा आयोजित आकलन परीक्षा पास हैं. उनकी मांग वेतनमान, बिहार की तर्ज पर राज्यकर्मी का दर्जा, अनुकंपा पर नौकरी की शर्तों को आसान बनाना, ईपीएफ, स्वास्थ्य बीमा एवं अन्य लाभ की है.
जोरदार आंदोलन की दी चेतावनी: आकलन परीक्षा पास सहायक शिक्षकों ने कहा कि अगर सरकार ने राज्य के 45 हजार से अधिक आकलन परीक्षा पास पारा शिक्षकों (सहायक शिक्षक) की मांगें पूरी नहीं की तो 2018 की तरह ही फिर से जोरदार आंदोलन शिक्षक करेंगे और वर्तमान सरकार को अपनी ताकत दिखा देंगे.