ETV Bharat / state

रांची: कोरोना काल में झारखंड सरकार ले रही तकनीक का सहारा, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर जनता को मिल रही मदद - झारखंड में जन जागरूकता अभियान

कोरोना से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस का पालन करना बेहद जरूरी है. झारखंड सरकार सोशल डिस्टेंस का पालन कराने को लेकर तकनीक के सहारे राज्य की जनता की मदद कर रही है. झारखंड ने सबसे पहले बाहर फंसे प्रवासी लोगों के रजिस्ट्रेशन के लिए लिंक जारी किया था.

Jharkhand government is using technology in corona epidemic
झारखंड सरकार ले रही तकनीक का सहारा
author img

By

Published : Jun 10, 2020, 10:55 PM IST

Updated : Jun 11, 2020, 10:58 PM IST

रांची: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राज्य सरकार ने केंद्र के गाइडलाइन को फॉलो करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने की सख्त हिदायत दी है. ऐसे में आम लोगों से सरकार के संपर्क का एकमात्र सहारा तकनीक बचती है. राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों से संपर्क बनाए रखने के लिए तकनीक का खुलकर उपयोग किया.

देखें स्पेशल रिपोर्ट



लॉकडाउन के कारण बाहर फंसे लोगों के लिए हुआ लिंक जारी
झारखंड ने सबसे पहले बाहर फंसे प्रवासी लोगों के रजिस्ट्रेशन के लिए लिंक जारी किए. उसके बाद उससे जुड़े प्रवासी झारखंड के नाम से एप तैयार किया गया. लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री सहायता एप बनाया गया, ताकि बाहर फंसे लोगों की विषम परिस्थिति में आर्थिक मदद की जा सके. प्रवासी झारखंड एप के जरिये बाहर फंसे लोगों का रजिस्ट्रेशन किया गया, लगभग 6 लाख से अधिक लोगों ने इस एप पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया. अधिक से अधिक लोगों को बाहर से लाने के लिए इस एप में रजिस्ट्रेशन की अवधि को एक बार 3 जून तक बढ़ाई भी गई. इसके अलावा मुख्यमंत्री सहायता एप में 3 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों ने रजिस्ट्रेशन कराया, ताकि राज्य सरकार की ओर से भेजी जा रही 2 हजार रुपये की राशि उन्हें मिल सके.



प्रदेश के लोगों के लिए भी ट्विटर पर एक्टिव रहे सीएम
वहीं झारखंड में रह रहे लोगों से संपर्क न टूटे इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद ट्विटर पर एक्टिव रहे. ट्विटर पर मिलने वाले मैसेज और शेयर किए जाने वाले वीडियो पर उन्होंने तुरंत एक्शन ले कर लोगों को राहत भी पहुंचाई. आधिकारिक सूत्रों की मानें तो एक अनुमान के अनुसार झारखंड सरकार को अलग अलग स्रोतों से मिलने वाले राजस्व के भुगतान में भी तकनीक का भरपूर उपयोग किया गया. यही नहीं मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में भी बड़ी मात्रा में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए गए, जो पहले चेक या ड्राफ्ट के माध्यम से दिए जाते थे.


इसे भी पढे़ं:- झारखंड में भाजपा ने शुरू किया व्यक्तिगत संपर्क अभियान, मोदी सरकार की उपलब्धियों को बताएंगे


बीजेपी का दावा कागजी घोड़े दौड़ा रही सरकार, झामुमो ने किया पलटवार
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता विनोद पांडे ने दावा किया कि सरकार गठन के साथ ही विपक्ष हमेशा यह आरोप लगाता रहा कि झारखंड सरकार टि्वटर की सरकार है, इससे यह बात स्पष्ट हो जाती है कि जनता का काम टेक्नोलॉजी से हो रहा है, राज्य सरकार तकनीक का भरपूर प्रयोग और बेहतर उपयोग कर रही है, जबकि बीजेपी ने कहा कि सरकार केवल आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़ रही है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि सरकार के कागजी घोड़े दौड़ रहे हैं और कागजी घोड़े दौड़ने से चीजें ठीक नहीं होती, धरातल पर सोशल डिस्टेंसिंग पालन कराने में सरकार असफल है, किसी भी प्रकार की प्रशासनिक व्यवस्था सफल नही है. वहीं सरकार में ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि लोगों में जन जागरूकता फैलाई जा रही है, ताकि लोग तकनीक का उपयोग कर सकें और सोशल डिस्टेंस मेंटेन कर अपना काम करा सकें.


उनमें से एक लिंक है ये
jharkhand.mygov.in पर राज्य सरकार से संपर्क करने के सारे साधन मौजूद हैं. एक तरफ जहां सरकारी विभागों में संपर्क के लिए अलग-अलग पेज बने हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण को लेकर भी सरकार एक्टिव है. नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर की ओर से डिवेलप इस वेबसाइट पर झारखंड सरकार के सारी सूचनाएं और संपर्क मौजूद है, जिसमें सभी सरकारी विभाग से जुड़ी जानकारी उपलब्ध है.

रांची: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राज्य सरकार ने केंद्र के गाइडलाइन को फॉलो करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने की सख्त हिदायत दी है. ऐसे में आम लोगों से सरकार के संपर्क का एकमात्र सहारा तकनीक बचती है. राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों से संपर्क बनाए रखने के लिए तकनीक का खुलकर उपयोग किया.

देखें स्पेशल रिपोर्ट



लॉकडाउन के कारण बाहर फंसे लोगों के लिए हुआ लिंक जारी
झारखंड ने सबसे पहले बाहर फंसे प्रवासी लोगों के रजिस्ट्रेशन के लिए लिंक जारी किए. उसके बाद उससे जुड़े प्रवासी झारखंड के नाम से एप तैयार किया गया. लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री सहायता एप बनाया गया, ताकि बाहर फंसे लोगों की विषम परिस्थिति में आर्थिक मदद की जा सके. प्रवासी झारखंड एप के जरिये बाहर फंसे लोगों का रजिस्ट्रेशन किया गया, लगभग 6 लाख से अधिक लोगों ने इस एप पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया. अधिक से अधिक लोगों को बाहर से लाने के लिए इस एप में रजिस्ट्रेशन की अवधि को एक बार 3 जून तक बढ़ाई भी गई. इसके अलावा मुख्यमंत्री सहायता एप में 3 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों ने रजिस्ट्रेशन कराया, ताकि राज्य सरकार की ओर से भेजी जा रही 2 हजार रुपये की राशि उन्हें मिल सके.



प्रदेश के लोगों के लिए भी ट्विटर पर एक्टिव रहे सीएम
वहीं झारखंड में रह रहे लोगों से संपर्क न टूटे इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद ट्विटर पर एक्टिव रहे. ट्विटर पर मिलने वाले मैसेज और शेयर किए जाने वाले वीडियो पर उन्होंने तुरंत एक्शन ले कर लोगों को राहत भी पहुंचाई. आधिकारिक सूत्रों की मानें तो एक अनुमान के अनुसार झारखंड सरकार को अलग अलग स्रोतों से मिलने वाले राजस्व के भुगतान में भी तकनीक का भरपूर उपयोग किया गया. यही नहीं मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में भी बड़ी मात्रा में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए गए, जो पहले चेक या ड्राफ्ट के माध्यम से दिए जाते थे.


इसे भी पढे़ं:- झारखंड में भाजपा ने शुरू किया व्यक्तिगत संपर्क अभियान, मोदी सरकार की उपलब्धियों को बताएंगे


बीजेपी का दावा कागजी घोड़े दौड़ा रही सरकार, झामुमो ने किया पलटवार
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता विनोद पांडे ने दावा किया कि सरकार गठन के साथ ही विपक्ष हमेशा यह आरोप लगाता रहा कि झारखंड सरकार टि्वटर की सरकार है, इससे यह बात स्पष्ट हो जाती है कि जनता का काम टेक्नोलॉजी से हो रहा है, राज्य सरकार तकनीक का भरपूर प्रयोग और बेहतर उपयोग कर रही है, जबकि बीजेपी ने कहा कि सरकार केवल आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़ रही है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि सरकार के कागजी घोड़े दौड़ रहे हैं और कागजी घोड़े दौड़ने से चीजें ठीक नहीं होती, धरातल पर सोशल डिस्टेंसिंग पालन कराने में सरकार असफल है, किसी भी प्रकार की प्रशासनिक व्यवस्था सफल नही है. वहीं सरकार में ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि लोगों में जन जागरूकता फैलाई जा रही है, ताकि लोग तकनीक का उपयोग कर सकें और सोशल डिस्टेंस मेंटेन कर अपना काम करा सकें.


उनमें से एक लिंक है ये
jharkhand.mygov.in पर राज्य सरकार से संपर्क करने के सारे साधन मौजूद हैं. एक तरफ जहां सरकारी विभागों में संपर्क के लिए अलग-अलग पेज बने हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण को लेकर भी सरकार एक्टिव है. नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर की ओर से डिवेलप इस वेबसाइट पर झारखंड सरकार के सारी सूचनाएं और संपर्क मौजूद है, जिसमें सभी सरकारी विभाग से जुड़ी जानकारी उपलब्ध है.

Last Updated : Jun 11, 2020, 10:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.