रांचीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुई दुर्घटना में फंसे मजदूरों की सकुशल वापसी के लिए झारखंड आपदा विभाग की तीन सदस्यीय टीम वहां पहुंच गई है. जैप आईटी के सीईओ भुवनेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में गई टीम ने उत्तराखंड के अधिकारियों से संपर्क कर जानकारी ली. वहीं मंगलवार को श्रमिकों के परिजनों से संपर्क किया गया और परिवार से श्रमिकों का सत्यापन किया गया. अब तक 9 श्रमिकों (2 गिरिडीह, 3 खूंटी, 3 रांची, 1 पश्चिमी सिंहभूम) के परिवारों से बातचीत कर पुष्टि हुई है.
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झारखंड आपदा विभाग की तीन सदस्यीय टीम उत्तराखंड के उत्तरकाशी पहुंच चुकी है. इस बाबत राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष की टीम ने उत्तराखंड आपदा प्रबंधन से मामले की जानकारी ली गया. उत्तराखंड आपदा प्रबंधन ने 40 श्रमिकों की सूची कंट्रोल रूम को साझा की, झारखंड के कुल 15 श्रमिक सूची में शामिल हैं. प्रदेश के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता द्वारा त्वरित कार्यवाही के लिए राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष को निर्देशित किया गया है.
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष का 5 व्हाट्सएप फोन नंबर एवं 1 टोल फ्री नंबर जारी किया गया है. श्रम विभाग के प्रतिनिधियों की एक टीम निर्माणाधीन सुरंग में फंसे झारखंड के श्रमिकों की स्थिति का जायजा लेने के लिए उत्तरकाशी पहुंच चुकी है. इसको लेकर भुवनेश प्रताप सिंह ने बताया कि सभी श्रमिक सुरक्षित हैं. अधिकारियों और परिजनों ने श्रमिकों से पाइप के जरिए बात भी की है और श्रमिकों ने अपने सुरक्षित होने की बात बताई है. प्रतिनिधियों ने गिरिडीह जिला के बिरनी प्रखंड गिरीडीह के विश्वजीत कुमार वर्मा व सुबोध कुमार वर्मा से बातचीत की, जिसमें झारखंड के सभी 15 श्रमिक सुरक्षित हैं. सभी श्रमिकों को एयरलिफ्ट कर झारखंड वापस लाया जाएगा.
आपदा प्रबंधन उत्तरकाशी ने बताया कि सभी श्रमिक सुरक्षित हैं और रेस्क्यू का कार्य अभी भी चल रहा है. सुरंग में फंसे श्रमिकों को पाइप के माध्यम से खाना और ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है और श्रमिकों को बुधवार तक पाइप के माध्यम से निकाल लिया जाएगा. राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष सभी श्रमिकों के परिवार से संपर्क करने का प्रयास कर रही है.