रांची: हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकने के संकल्प के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी आगामी 17 अगस्त से संकल्प यात्रा पर निकल रहे हैं. संकल्प यात्रा की शुरुआत सिद्धो कान्हू की जन्मस्थली भोगनाडीह से होगी. 17 अगस्त से 4 अक्टूबर तक हर विधानसभा क्षेत्र में निकलने वाली यह संकल्प यात्रा कई मायनों में अहम होगा. 40 दिनों की इस यात्रा में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हर दिन दो विधानसभा क्षेत्र की यात्रा करेंगे जिसमें जनसभा के साथ-साथ पार्टी द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
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हेमंत सरकार की खामियों को जनता के बीच ले जायेंगे बाबूलाल: हेमंत सरकार की खामियों को जनता के बीच ले जाने की तैयारी में जुटे बीजेपी कार्यकर्ताओं का मानना है कि बाबूलाल मरांडी कि यह यात्रा राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम होगी. एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धि को इस दौरान जनता के बीच लाया जाएगा. वहीं, दूसरी ओर हेमंत सरकार की विफलता को बताने का काम किया जाएगा.
बीजेपी नेता राजीव रंजन मिश्रा का मानना है कि बाबूलाल मरांडी राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री रहे हैं और उनकी छवि जनता के बीच अलग तरह की है. वर्तमान समय में पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. ऐसे में हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकने के संकल्प के साथ बीजेपी इस संकल्प यात्रा को ऐतिहासिक बनाने का काम करेगी. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनिमेष कुमार का मानना है कि बाबूलाल मरांडी की इस यात्रा के बाद राज्य की हेमंत सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी और जनता के बीच इस सरकार के कुशासन को बताने में भारतीय जनता पार्टी निश्चित रूप से सफल हो जाएगी.
संकल्प यात्रा के जरिए बीजेपी में पकड़ मजबूत करने में जुटे हैं बाबूलाल: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद राज्य के दौरे पर निकल रहे बाबूलाल मरांडी एक तरफ वर्तमान हेमंत सरकार की खामियों को जनता के बीच ले जाने का काम करेंगे. वहीं, दूसरी ओर पार्टी के अंदर जिला स्तर पर अपनी पकड़ को मजबूत करने की कोशिश करेंगे. संकल्प यात्रा के बहाने लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी की जमीनी हकीकत से भी बाबूलाल मरांडी रूबरू होंगे. शायद यही वजह है कि 40 दिनों में 80 विधानसभा क्षेत्र जो राज्य के 14 लोकसभा क्षेत्र में आता है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का यह दौड़ा तय किया गया है.