चेन्नईः तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में इलाज करा रहे झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की हालत में सुधार हो रहा है. अब वे सामान्य रूप से श्वसन कर पा रहे हैं. इसके चलते अस्पताल प्रबंधन ने सांस लेने में मदद के लिए लगाए गए सपोर्ट को हटा दिया है. महतो की देखभाल कर रहे चिकित्सकों ने उनके जल्द ठीक होने की उम्मीद जताई है. इससे पहले कोविड-19 के संक्रमण के बाद सांस लेने में तकलीफ बढ़ने पर 19 अक्टूबर को झारखंड के शिक्षा मंत्री को चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
इधर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का इलाज कर रहे एमजीएम अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सुरेश राव ने मंत्री के स्वास्थ्य में सुधार की जानकारी उनके परिजनों और समर्थकों से साझा की है. उन्होंने बताया कि महतो की हालत में तेजी से सुधार हो रहा है. उनको अब सांस लेने में तकलीफ भी नहीं है. इसके चलते श्वसन में मदद के लिए लगाए गए बाहरी सपोर्ट उपकरणों को हटा दिया गया है. श्वसन में सुधार से संबंधित कई व्यायाम उनसे कराए जा रहे हैं. डॉ. राव ने उम्मीद जताई कि जल्द ही शिक्षा मंत्री को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.
श्वसन संबंधी व्यायामों का कर रहे अभ्यास
डॉ. राव ने बताया कि जब शिक्षा मंत्री को अस्पताल लाया गया तो कोरोना वायरस के कारण उनका फेफड़ा भी संक्रमित हो चुका था. इसके कारण डोनर मिलने के बाद 10 नवंबर को उनके फेफड़े का ट्रांस प्लांट कराया गया था. सर्जरी के बाद उनको ECMO और अन्य जीवन रक्षक मशीनों का सपोर्ट दिया गया था. अब वे बिना किसी बाहरी सपोर्ट के श्वसन कर पा रहे हैं. उन्हें श्वसन संबंधी व्यायामों का अभ्यास कराया जा रहा है.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को पूछा था हाल
इधर सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में इलाज करा रहे शिक्षा मंत्री का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हाल चाल पूठा था. सीएम हेमंत सोरेन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डॉक्टर से उनकी अच्छी तरह देखरेख करने की बात की थी. क्षेत्र में टाइगर के नाम से मशहूर शिक्षा मंत्री ने भी इशारों में मुख्यमंत्री को अपनी खैरियत बताई थी.