रांचीः झारखंड में पहली बार झारखंड कुश्ती संघ और भारतीय कुश्ती संघ के प्रयास से रांची के मेगा स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में फेडरेशन कप का आयोजन किया गया है. इसके साथ साथ अंडर-17 सब जूनियर बालक बालिका कुश्ती प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा रहा है. इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के रेसलर शामिल हुए हैं. जिन्होंने इस चैंपियनशिप को फ्यूचर के लिए बेहतर बताया है. वहीं कोरोना काल के दौरान हुई परेशानियों को लेकर विभिन्न राज्यों के पहलवानों ने ईटीवी भारत से अनुभव साझा किया है.
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शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अंडर-17 सब जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप का उद्घाटन किया. पहली बार झारखंड में कुश्ती फेडरेशन कप का भी आयोजन किया जा रहा है. इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई पहलवान शामिल हो रहे हैं. इन पहलवानों की मानें तो यह प्रतियोगिता इन के लिए बेहतर साबित होगा. आने वाले कई टूर्नामेंट का रास्ता इसी प्रतियोगिता के जरिए तय किया जाएगा.
कोरोना महामारी के बाद पहली बार बड़े स्तर पर इस प्रतियोगिता का आयोजन रांची के होटवार स्थित मेगा स्पोर्ट्स स्टेडियम में हो रहा है. पिछले 2 वर्षों से देश में कहीं भी कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन नहीं किया गया था. फेडरेशन कप सीनियर कुश्ती प्रतियोगिता में साढ़े 400 से अधिक पहलवान शामिल हो रहे हैं. जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई रेसलर शामिल हैं. उन्होंने ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान कहा कि कोरोना के कारण खेल जगत को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. कभी वजन बढ़ गया तो कभी डाइट सही तरीके से नहीं मिला, प्रैक्टिस भी नहीं हो रहा था. लेकिन अब धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य हो रहा है.
इस प्रतियोगिता में देश के 27 राज्यों के पहलवान शामिल हुए हैं. जिसमें हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश के साथ-साथ और भी राज्य शामिल है. इन राज्यों के खिलाड़ियों के साथ ईटीवी भारत ने बातचीत की है. इस मौके पर उन्होंने इस टूर्नामेंट को बेहतर बताया है. साथ ही आगे के लक्ष्य के बारे में भी जानकारी दी है.