रांची: जिले के पुलिस लाइन से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. पुलिस लाइन में पोस्टेड एक सिपाही ने पुलिस लाइन में आतंक मचा कर रख दिया. उसने पुलिस लाइन के अलग-अलग तीन जगहों पर 15 राउंड फायरिंग की. इस फायरिंग से पूरे पुलिस लाइन में दहशत का माहौल बन गया, जिससे रांची पुलिस लाइन के हर सिपाही और अधिकारी सकते में आ गए.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि पिछले 7 महीने से रुके वेतन और भाई की मौत पर छुट्टी नहीं मिलने से आहत सिपाही सुधीर खाखा ने अपने सर्विस इंसास से ताबड़तोड़ 15 राउंड फायरिंग की. पहली फायरिंग अपने बैरक के बाहर कर दहशत फैला दी. इसके बाद पुलिस लाइन के किचन के पास पहुंचकर गोलियों की बौछार कर सबको चौंका दिया. सहकर्मी पुलिसकर्मियों ने जब इसका विरोध किया तो उन सबसे उलझते हुए सीधे सार्जेंट मेजर के कार्यालय पहुंचा और उनके कार्यालय के बाहर 15 राउंड फायरिंग की.
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इस घटना से मेजर कार्यालय के बाहर मौजूद पुलिसकर्मी और अधिकारी हैरता में थे. इस हरकत की सूचना तुरंत सार्जेंट मेजर और रांची के वरीय पुलिस अधिकारियों को दी गई. पुलिस अधिकारियों को सूचना मिलते ही वे तुरंत रांची पुलिस लाइन पहुंचे और घटना की जानकारी ली. पुलिस अधिकारियों के आदेश के बाद गोली चलाने वाले जवान सुधीर खाखा को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया. इसके बाद उसे गुप्त स्थान पर छिपा दिया गया है. इस पूरे प्रकरण को रांची पुलिस छुपाने में जुट गई है. हालांकि गोली किस परिस्थिति में चलाई गई है या कोई भी अधिकारी पुष्टि नहीं कर रहे हैं न ही इस घटना पर कुछ टिप्पणी कर रहे हैं.
जांच के लिए पहुंचे पुलिस के वरीय अधिकारी
रांची पुलिस लाइन में गोलियों की बौछार की खबर सुन पुलिस के वरीय अधिकारी मामले की जांच करने पहुंचे. प्रभारी सिटी एसपी सह ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर और सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडे मौके पर पहुंचे. उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली. इसके बाद पूरे मामले की रिपोर्ट सार्जेंट मेजर को सौंपने का निर्देश दिया. हालांकि ग्रामीण एसपी, प्रभारी सिटी एसपी और सदर डीएसपी खुद इस पूरे प्रकरण की जांच कर रहे हैं.
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मीडिया को पता चला तो लुका-छिपी में जुट गई पुलिस
पुलिस लाइन में गोलियों की बौछार की खबर मीडिया को हुई तो पुलिस इस मामले को दबाने में जुट गई. मीडिया जब सदर अस्पताल पहुंची तो वहां से पुलिसकर्मी जवान को एक कार में बैठा कर भगाने लगे. फिलहाल गोली चलाने वाले जवान को बैठाकर कहां ले जाया गया. इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है. मीडिया कर्मियों ने गाड़ी का पीछा भी किया, ताकि संबंधित जवान का पक्ष जाना जा सके.
छुट्टी मांगने पर मिली थी गाली
पुलिस लाइन के पुलिसकर्मियों के अनुसार जवान सुधीर खाखा के भाई की मौत हो गई है. भाई की मौत पर दशकर्म में शामिल होने के लिए सार्जेंट मेजर से छुट्टी मांगने पहुंचा था. इस पर सार्जेंट मेजर सुबोध गुप्ता ने छुट्टी देने के बजाए बदसलूकी की और कहा कि पिछले 7 महीने से वह गायब था. इसलिए छुट्टी नहीं मिलेगी. इससे आहत होकर जवान ने पहले शराब पी, उसके बाद अपना सर्विस इंसास निकाला और फायरिंग कर आतंक मचाना शुरू कर दिया.
जवान 7 महीने से था गायब
पुलिस लाइन के पुलिसकर्मी ने बताया कि सुधीर खाखा पिछले 7 महीने से गायब था. पुलिस लाइन प्रशासन उसे भगोड़ा मान रही थी. भगोड़ा होने की वजह से उसका वेतन पिछले 7 माह से रुका हुआ था. उसके गायब रहने से पुलिस लाइन प्रशासन भी परेशान थी. हालांकि वेतन रोक दिए जाने की वजह से जवान आर्थिक तंगी से भी जूझ रहा था.
फायरिंग के बाद जवान की हुई पिटाई
पुलिस के जवान सुधीर ने जब पुलिस लाइन में गोलियों की बौछार की तो सहकर्मी पुलिसकर्मी ने पकड़ा और उसकी पिटाई कर दी. पिटाई के बावजूद वह सभी पुलिसकर्मियों को धक्का देकर फायरिंग करता रहा. आखिर में सभी पुलिसकर्मी ने मिलकर उसे जब पकड़ा तब वह काबू में आया. इसके बाद उसे मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया था.