रांची: मेकॉन पुल के पास मंगलवार की शाम ट्रेन की पटरी में मिली अज्ञात लाश की पहचान हो गई है. मृतक की पहचान अरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू हाउसिंग कॉलोनी निवासी होम्योपैथ के डॉक्टर राजीव रंजन प्रसाद के रूप में की गई है. डॉक्टर राजीव के गुमसुदगी को लेकर उनकी पत्नी ने मंगलवार को अरगोड़ा थाना में मामला दर्ज करवाया था.
वायरल फोटो से हुई पहचान
हरमू सहजानंद चौक के करीब इडब्ल्यूएस-73 में मृतक का घर है. मृतक सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के विद्यानगर में होम्योपैथ का क्लिनिक चलाते थे. बुधवार को परिजनों ने डॉ. राजीव की लाश की पहचान की. बेटे और पत्नी ने पहले तस्वीर देखकर पहचान की. जिसके बाद पुलिस ने रिम्स पहुंचकर भी पहचान कराई, हालांकि परिजनों ने डॉक्टर की मौत पर पुलिस या मीडिया को कुछ भी नहीं बताया है. पुलिस प्रथम दृष्टया में मामले को आत्महत्या मानकर जांच कर रही है.
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दो महीने पहले भी किया था सुसाइड की कोशिश
पुलिस के अनुसार दो महीने पहले भी डॉक्टर राजीव रंजन ने रेलवे स्टेशन पर कूदकर जान देने की कोशिश की थी. उस समय जीआरपी पुलिस ने बचाकर अरगोड़ा पुलिस के सहयोग से उन्हें घर भेज दिया था. डॉ. इससे पहले भी घर में कई बार आत्महत्या की कोशिश कर चुके थे. डोरंडा थानेदार शैलेश प्रसाद ने बताया कि मामले में यूडी केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई थी. प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है, हालांकि इसकी जांच की जा रही है.
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परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
डॉक्टर के गायब रहने की स्थिति में उनकी पत्नी मधु रंजन ने मंगलवार की रात ही एक आवेदन देकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसमें बताया था कि मंगलवार की दोपहर करीब तीन बजे से मृतक गायब थे और रात 11 बजे तक नहीं लौटे थे. इसके बाद से अरगोड़ा थाना की पुलिस भी डॉक्टर की तलाश में जुटी थी.
परिजनों ने डोरंडा में लिखित आवेदन दिया
डोरंडा थाना की पुलिस ने परिजनों से संपर्क किया था. जिसके बाद डॉक्टर की पत्नी मधु रंजन और बेटा शुभम रंजन पहचान के लिए पहुंचे थे. पत्नी ने लिखित में आवेदन दिया है, जिसमें पहचान की बात कही है. साथ में अरगोड़ा थाना में दर्ज कराए गए गुमशुदगी की रिपोर्ट की कॉपी भी लगाई थी, हालांंकि यह स्पष्ट नहीं लिखा था कि डॉक्टर ने आत्महत्या की है या हादसा का मामला है.