रांची: देश और राज्य के लिए एचईसी का जीर्णोद्धार एक सवाल हो गया है. हाल यह है कि पिछले 6 महीने से मजदूरों को वेतन नहीं मिला है जिस वजह से एचईसी के सभी मजदूर टूल डाउन स्ट्राइक पर चले गए थे. लगभग 36 दिनों तक मजदूरों ने पूरी तरह से एचईसी का काम बाधित रखा था. लेकिन प्रबंधन की अपील के बाद 8 जनवरी से कई मजदूर काम पर लौटे और एचईसी के कामगारों ने नॉर्दर्न कोल लिमिटेड का वर्क ऑर्डर पूरा किया.
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रविवार का दिन एचईसी के लिए गौरवशाली क्षण रहा क्योंकि काम की शुरुआत होते ही एचएमबीपी(HMBP) और एचएमटीपी(HMTP) के कामगारों और अभियंताओं ने नॉर्दर्न कोल लिमिटेड के ड्रैगलाइन के बुश को बनाने का काम किया. काम बाधित होने के कारण पिछले एक महीने से नॉर्दर्न कोल लिमिटेड(NCL) का यह वर्क आर्डर बाधित था लेकिन जैसे ही एचईसी के कामगार और अभियंता प्लांट में काम करने पहुंचे कि उन्होंने अपने हुनर और काबिलियत का परिचय देते हुए वर्क ऑर्डर को कंप्लीट किया, जिसके बाद शनिवार देर रात नॉर्दर्न कोल लिमिटेड को ड्रैगलाइन का बुश हैंडओवर करने का काम किया गया.
NORTHERN COAL FIELD LIMITED में उपयोग होने वाले ड्रैगलाइन के बुश की कीमत करोड़ों में है, जिसका वर्क ऑर्डर पूरा होने के बाद एचईसी को आर्थिक सहयोग मिलेगा. कार्यादेश पूरा होने के बाद एचईसी के अधिकारियों ने कामगार और अभियंताओं की प्रशंसा की है. उन्होंने कहा कि यदि हम इसी एकता के भाव से काम करते रहेंगे तो आने वाले समय में एचईसी के फिर से पुराने दिन लौट आएंगे, जो भी आर्थिक समस्या आ रही है वह जल्द ही समाप्त हो जाएगी.
गौरतलब है कि प्रबंधन की अपील के बाद में कारखाने में काम करने वाले कई मजदूर कार्य पर लौट आए हैं. लेकिन अभी भी यूनियन के आह्वान पर कुछ मजदूर टूल डाउन स्ट्राइक TOOL DOWN STRIKE जारी रखे हुए हैं. फिलहाल एनसीएल यानी NORTHERN COAL FIELD LIMITED का काम पूरा होने के बाद एचईसी यानी HEAVY ENGINEERING CORPORATION के अधिकारियों और कर्मचारियों में खुशी का माहौल है.