रांचीः झारखंड के स्थापना दिवस के अवसर पर सोमवार को भगवान बिरसा मुंडा की समाधि स्थल पर राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे. बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनके बलिदान और योगदान को याद किया.
यह भी पढ़ेंः पीएम मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती पर दी श्रद्धांजलि, सम्मान में संग्रहालय का करेंगे उद्घाटन
माल्यार्पण करने के बाद राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि आज का दिन झारखंड के लिए काफी महत्व रखता है. झारखंड वासियों के लिए यह दिन काफी खास है. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य का गठन जब हो रहा था, तो उस वक्त नहीं लगता था कि राज्य का गठन हो पाएगा. लेकिन, बड़ी मुश्किल के बाद राज्य का गठन हुआ. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य बनाने को लेकर कई आंदोलन हुए और राज्य के लोग कई मुश्किलें भी झेली, तब जाकर राज्य का गठन हुआ.
आदिवासियों के विकास के लिए हुआ राज्य का गठन
राज्यपाल ने कहा कि झारखंड का गठन इसलिए हुआ था कि यहां के आदिवासियों और मूलवासियों का कल्याण हो सके. उन्होंने कहा कि छोटे राज्य का निर्माण होता है, तो उसका विकास अच्छे से हो पाता है. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ साथ विधायक सीपी सिंह सहित कई आलाधिकारी उपस्थित थे.
मुख्य न्यायाधीश ने भी किया याद
झारखंड हाई कर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन एवं अन्य ने बिरसा जयंती के अवसर पर दिल्ली स्थित झारखंड भवन में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की. राज्य स्थापना दिवस सह बिरसा जयंती के इस पावन अवसर पर झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश समेत कई न्यायाधीश एवं वरीय अधिकारी इस मौके पर उनके साथ उपस्थित थे. उनके साथ साथ अधिकारियों ने भी भगवान बिरसा की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की. इस मौके पर झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद, रेजिडेंस कमिश्नर मस्तराम मीणा, डिप्टी रेसिडेंस कमिश्नर अली खान, मुख्य न्यायाधीश के ओएसडी मिथिलेश कुमार सिंह एवं अन्य ने भी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.