रांची: चिरूडीह गोली कांड मामले में रांची सिविल कोर्ट से पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को सजा मिली है. इसको लेकर बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों कार्यकर्ता मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर से मुलाकात की. कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के द्वारा योगेंद्र साव को फंसाने की कोशिश की जा रही है. चिरूडीह हत्याकांड मामले में पूर्व मंत्री की कहीं से संलिप्ता नहीं है.
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बड़कागांव से आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बताया कि चिरूडीह गोली कांड मामले में सभी कार्यकर्ता चश्मदीद के रूप में हैं. ऐसे में सभी को पता है कि पूरी घटना में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और पूर्व विधायक निर्मला देवी का कोई हाथ नहीं है, इसके बावजूद कोर्ट के समक्ष गलत साक्ष्य पेश कर उन्हें फंसाया गया है. जिसका रामगढ़ और बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के सभी कार्यकर्ता पुरजोर विरोध करते हैं. कार्यकर्ता पार्टी आलाकमान से मांग करते हैं कि इस मामले को मुख्यमंत्री और उच्च न्यायालय तक ले जाया जाए ताकि गरीबों के मसीहा योगेंद्र साव के साथ न्याय हो सके.
वहीं कार्यकर्ताओं के आग्रह पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि सिविल कोर्ट में रघुवर सरकार के द्वारा गलत साक्ष्य पेश कर उन्हें फंसाया गया है. उन्होंने निर्मला देवी के बारे में बताया कि वह बहुत ही सीधी-सादी जनप्रतिनिधि हैं और उनके ऊपर इस तरह के आरोप कहीं से भी विश्वास करने लायक नहीं है. उन्होंने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि योगेंद्र साव को न्याय दिलाने के लिए उनकी पार्टी सारी दम लगा देगी और उच्च न्यायालय में अपील कर न्याय की गुहार लगाएगी. उन्हें उम्मीद है कि अदालत पूर्व मंत्री के साथ न्याय करेगी और सच्चाई सामने लाएगी.