रांची: भाजपा विधायक दल के नेता और राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से राज्य में घटनाएं बढ़ रही हैं, उससे यही लगता है कि पूरा प्रदेश अराजक स्थिति में पहुंच गया है. उन्होंने रामगढ़ में कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के विधायक प्रतिनिधि की घटना पर भी प्रतिक्रिया दी है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि रामगढ़ की घटना के बाद जिस तरह से पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद का बयान सामने आया है. इससे साफ लग रहा है कि किस तरह से जेल से सेटिंग होती है, लेकिन जब हमलोग यह बात को उठाते हैं तो सरकार कहती है कि विपक्ष सरकार पर आरोप लगा रही है.
ये भी पढ़ें: Ramgarh Congress Leader Murder: रामगढ़ में अपराध का 60-40 रेशियो का खेल! दावों में कितनी सच्चाई
झारखंड में लूटेरों की सरकार है-बाबूलाल: पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि झारखंड में लुटेरों की सरकार है. सरकार भ्रष्ट अफसरों को बचाने में जुटी हुई है. यही वजह है कि एक के बाद एक कांड के उद्भेदन होने के बावजूद भी राज्य सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है. पूजा सिंघल के बाद वीरेंद्र राम के नाम का जिक्र करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सुनियोजित रूप से भ्रष्ट अधिकारियों को पदस्थापित किया जाता है और इसमें बड़े पैमाने पर अवैध वसूली की जाती है. पुलिस पदाधिकारियों की पोस्टिंग में भी यही हाल है, जिस वजह से राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है.
बाबूलाल मरांडी ने कहा तुम भी लूटो हम भी लूटें: बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जगह-जगह ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को पदस्थापित कर रखा है, जिसका मकसद साफ है कि तुम भी लूटो हम भी लूटें. उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण जगहों पर भ्रष्ट अधिकारियों को तैनात करना कहीं से भी उचित नहीं है, लेकिन अगर मंशा सही नहीं हो तो ऐसे ही निर्णय लिए जाते हैं. तुपुदाना थाना प्रभारी का उदाहरण देते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गौ तस्करों द्वारा संध्या टोपनो की हत्या के बाद जिसे थाना प्रभारी बनाया गया है उसे एसीबी ने रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा था. तुपुदाना थाना प्रभारी के खिलाफ अदालत में अभी भी मामले चल रहे हैं, लेकिन सरकार ने यह अनदेखा कर उसे तुपुदाना जैसे महत्वपूर्ण जगह पर पदस्थापित कर दिया.
सेना की जमीन घोटाला: बाबूलाल मरांडी ने रांची में सेना की जमीन घोटाला और उसमें तत्कालीन डीसी छवि रंजन की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए कहा कि यह एक ऐसा घोटाला है जो अब तक का सबसे बड़े घोटाले के रूप में जाना जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जानबूझकर इसे दबाना चाहती है और कोई कार्रवाई नहीं कर रही है क्योंकि इसमें कई सफेदपोश और पदाधिकारी भी शामिल हैं.