रांचीः राजधानी में कोरोना मरीज मिलने के बाद प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है. तबलीगी जमात के लोगों को लेकर वीजा नीति के उल्लंघन का मामला सामने आया है. रांची पुलिस ने अलग-अलग देशों के जिन 17 नागरिकों का पासपोर्ट और वीजा जब्त किया है, वे सभी टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे.
रांची पुलिस को जो पासपोर्ट और वीजा मिले हैं उससे यह स्पष्ट है कि सभी विदेशी नागरिक जनवरी से 13 मार्च के बीच दिल्ली आए थे. इन्ही टूरिस्ट वीजा पर मलेशिया से आई एक महिला को कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद राजधानी रांची में हड़कंप मचा हुआ है.
कैसे हुआ वीजा नियमों का उल्लंघन
जानकारी के मुताबिक टूरिस्ट वीजा पर आए लोग धर्म प्रचार या भाषण देने या जमात करने के पात्र नहीं होते, लेकिन तबलीगी जमात से जुड़े जिन विदेशी नागरिकों को पुलिस ने रडगांव और फिर हिंदपीढ़ी के इलाके से बरामद किया., सभी टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे, अधिकांश लोगों ने सिंगल वीजा ही लिया था.
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एफआरओ को नहीं दी जानकारी
नियम के मुताबिक विदेशी नागरिकों को किसी भी जिले में जाने पर वहां के फॉरेन रजिस्ट्रेशन अफसर को जानकारी देनी होती है, लेकिन हिंदीपीढ़ी में ठहरे 17 में से किसी भी विदेशी नागरिक ने अपने रांची आने की सूचना एफआरओ को नहीं दी थी.
टूरिस्ट वीजा पर भारत आई महिला के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद राजधानी रांची में हड़कंप मचा है और महिला जिस इलाके में रही वहां एहतियातन कर्फ्यू लगा दिया गया है. इस मामले पर रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि वायरस की संक्रमण से रोकथाम सामाजिक जिम्मेदारी है.
उन्होंने कहा कि वायरस का संक्रमण जाति, धर्म, लिंग देख कर नहीं आता, जो लोग सोशल मीडिया पर अफवाह फैला रहे हैं, सामाजिक कटुता फैला रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. हिंदपीढ़ी की मस्जिद से विदेशी नागरिकों मिलने के मामले में उन्होंने कहा कि फॉरेन एक्ट और वीजा रूल्स के तहत उन पर कार्रवाई की जाएगी.