रांची: लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे चुनाव आयोग ने झारखंड में मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है. इसके तहत रांची समेत राज्य के विभिन्न जिलों में करीब 120 मतदान केंद्र बढ़ाये गये हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव के समय राज्य में 29464 मतदान केंद्र थे जो 20053 स्थान पर स्थित थे. मतदाताओं की संख्या में वृद्धि के कारण, चुनाव आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा भेजी गई अनुशंसा के बाद अपनी मंजूरी दे दी है.
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इसके अलावा चुनाव आयोग का निर्देश है कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर 1500 से अधिक मतदाताओं के नाम नहीं होने चाहिए. इसके लिए यदि अतिरिक्त मतदान केंद्र बनाने की आवश्यकता हो तो उसे सहायक मतदान केंद्र के रूप में स्थापित करने का भी निर्देश दिया गया है. चुनाव आयोग ने बड़ी आवासीय कॉलोनियों और सोसायटियों में रहने वाले लोगों के घरों के पास भी मतदान केंद्र बनाने को कहा है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव आयोग का मानना है कि वोटर्स को वोटिंग के दिन कोई परेशानी न हो, इसलिए उनके घर के पास के बूथ पर उनका नाम होगा.
17 अक्टूबर को होगा मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशित: चुनाव आयोग इन दिनों मतदाता सूची पुनरीक्षण को अंतिम रूप देने में जुटा है, जिसके तहत 17 अक्टूबर को मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशित किया जाएगा, जिसके बाद 30 नवंबर तक दावे और आपत्तियां दाखिल की जा सकेंगी. बुधवार को राज्य विधानसभा ईआरओ की बैठक हुई मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में बैठक हुई, जिसमें करीब 38 विधानसभा निर्वाचन पदाधिकारी उपस्थित थे. शेष ईआरओ की बैठक 14 अक्टूबर को होगी जिसमें 41 विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचन कार्य से जुड़े पदाधिकारी शामिल होंगे. इस मौके पर मुख्य निर्वाचन पर पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण ससमय पूरा हो जिससे आगामी 5 जनवरी 2024 को नया मतदाता सूची अंतिम रुप से प्रकाशित की जा सके.मतदाता सूची त्रुटिरहित हो इसका खास ध्यान रखना होगा.