रांची: ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के ठिकानों पर लगातार दूसरे दिन भी छापेमारी जारी है. मंगलवार की सुबह पांच बजे से शुरू हुआ ईडी का रेड बुधवार को भी जारी है. वीरेंद्र राम फिलहाल ईडी की हिरासत में है. पूछताछ में ईडी के सामने वीरेंद्र राम ने कई बड़ी हस्तियों के साथ अपने सम्बंधों का भी खुलासा किया है.
कई राजनेता राडार पर: वीरेंद्र राम के पूर्ववर्ती और वर्तमान सरकार में कई नेताओं से बेहतर संबंध रहे हैं. जानकारी के अनुसार वीरेंद्र राम के पास से एक पेन ड्राइव मिला है. जिसमें काफी डेटा रखा गया है. उस पेनड्राइव में ठेकेदारों से पैसे लेने और कई नेताओं को पैसे पहुंचाने के सबूत हैं. वीरेंद्र राम के करीबी संबंधों के कारण आधा दर्जन से अधिक राजनेता ईडी की रडार पर आ गए हैं. जानकारी के मुताबिक, ईडी बीते कुछ माह से वीरेंद्र राम को अपने सर्विलांस पर रखे हुई थी. सर्विलांस के दौरान भी कई नेताओं तक पैसे पहुंचाने की जानकारी ईडी को मिली है.
मंत्री आलमगीर ने लिखा था बॉडीगार्ड देने के लिए पत्र: चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को बॉडीगार्ड मुहैया कराने के लिए ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने डीजीपी और एसएसपी जमशेदपुर को एक पत्र भेजा था. 17 नवंबर 2021 को भेजे गए पत्र में आलमगीर आलम ने लिखा था कि वीरेंद्र राम को सुरक्षा कारणों से बॉडीगार्ड उपलब्ध कराया जाए. तथ्यों की पड़ताल कर अंगरक्षक देने की बात मंत्री ने लिखी थी.डाटा इंट्री ऑपरेटर से लेकर सीए-रिश्तेदारों के ठिकानों पर छापेमारी जारी: मंगलवार को ईडी की टीम ने दिल्ली में वीरेंद्र राम के डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास, दिल्ली के छतरपुर में निर्माणाधीन महलनूमा आवास में छापेमारी के साथ साथ दिल्ली और सिरसा में दर्जन भर से अधिक डाटा इंट्री ऑपरेटरों के यहां भी छापेमारी की है. इन सभी के यहां से मनी लॉन्ड्रिंग के पुख्ता सबूत मिले हैं. मिली जनकारी के अनुसार ठेकेदारों से कट मनी के तौर पर ली गई राशि की मनी लॉन्ड्रिंग में सहायक चार्टर एकाउंटेंट के यहां भी ईडी ने छापेमारी की है. जहां से कई दस्तावेज मिले हैं.
डेढ़ करोड़ से अधिक के जेवरात व अरबों के निवेश का सुराग: ईडी की छापेमारी के दौरान रांची के अशोकनगर स्थित आवास से डेढ़ करोड़ से अधिक के हीरे-जेवरात बरामद किए गए हैं. बरामद जेवरात की कीमतों का आंकलन किया जा रहा है. वहीं छापेमारी के दौरान अरबों के निवेश की जानकारी ईडी को मिली हैं. ईडी को अंदेशा है कि कई शेल कंपनियों में भी अवैध कमाई की मनी लॉन्ड्रिंग की गई है. इससे जुड़े कागज भी ईडी को मिले हैं.