रांचीः राजधानी में हुए करोड़ों रुपए के जमीन घोटाले में ईडी की जांच में हर दिन नए तथ्य सामने आ रहे हैं. ईडी अब नए तथ्यों पर अपने जांच की दिशा को आगे बढ़ा रही है. इस मामले में अब ईडी रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के द्वारा कोलकाता में दर्ज एफआईआर को भी टेकओवर करेगी.
फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह राडार परः रांची के वैसे आपराधिक गिरोह जो कोलकाता जाकर कागजों की हेरफेर कराते थे, उनके खिलाफ अब नए सिरे से जांच होगी. इस हेराफेरी को लेकर कोलकाता में भी रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस ने अपने कार्यालय की जांच करायी तो पाया कि वहां भी कई कागजों में हेरफेर की गई है, जबकि कई सारे दस्तावेज भी गायब कर दिए गए हैं. ऐसे में रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस ने जांच के बाद एफआईआर दर्ज करायी है. इस केस के दर्ज होने के बाद रांची के ईडी जोनल कार्यालय ने अब उस केस को टेकओवर करने का फैसला लिया है. वर्तमान में सदर और बरियातू थाने में दर्ज केस के आधार पर ईडी की टीम ने ईसीआईआर दर्ज कर जमीन घोटाले में मनी लाउंड्रिंग की जांच शुरू की थी. अब कोलकाता में दर्ज केस में भी ईडी ने ईसीआईआर दर्ज करने का फैसला लिया है.
कई नए नामों का हो सकता है खुलासाः जांच की दिशा आगे बढ़ने पर इस मामले में अन्य कई और लोग भी आरोपी बनाए जा सकते हैं. रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस ऑफिस में गड़बड़ी के मामले में ईडी ने एडिशनल रजिस्ट्रार त्रिदीप मिश्रा से पूछताछ की थी. पूछताछ के बाद और ईडी की फोरेंसिक रिपोर्ट में गड़बड़ी सामने आने के बाद कोलकाता के आईजी रजिस्ट्रार ने इस मामले में टीम गठित कर जांच करायी थी. जांच टीम ने कोलकाता के रजिस्ट्री ऑफिस और रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस में कागजातों का मिलान कराया तो फर्जीवाड़ा सामने आ गया.
जमीन के कागजातों से छेड़छाड़ की पुष्टिः सेना की बरियातू स्थित 4.55 एकड़ जमीन और चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन में छेड़छाड़ की पुष्टि भी एश्योरेंस ऑफ रजिस्ट्रार कार्यालय की जांच में सामने आयी है. जिसके बाद इस संबंध में अज्ञात के खिलाफ जालसाजी, आपराधिक साजिश रचने जैसी धाराओं में केस दर्ज किया गया है. एश्योरेंस ऑफ रजिस्ट्रार ने रांची की कई जमीन की जांच में भी गड़बड़ी पायी है. ऐसे में उन सारे लोगों के खिलाफ आगे ईडी का शिकंजा कस सकता है, जिन्होंने जमीन की खरीद-बिक्री फर्जी दस्तावेजों के आधार पर की है.