रांची: विश्व जनसंख्या दिवस पर आज रांची सदर अस्पताल में सम्मान समारोह का आयोजन हुआ, जहां जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम में सर्वोत्तम योगदान देने वाले डॉक्टरों, सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के प्रभारी और एडिशनल पीएचसी के प्रभारी को सम्मानित किया गया. रांची के सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने इन्हें सम्मानित किया और कहा कि जिला के अन्य स्वास्थ्य कर्मियों एवं डॉक्टरों के लिए यह चिकित्सक प्रेरणा स्रोत बनेंगे.
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इनको मिला सम्मान: एनएसवी सर्जरी में बेस्ट परफॉर्मेंस के लिए डॉ आरके सिंह को सम्मानित किया गया. वहीं महिला बंध्याकरण ऑपरेशन में बेस्ट परफॉर्मेंस के लिए सिल्ली सामुदायिक केंद्र की प्रभारी सर्जन डॉ जेई टोप्पो को सम्मान मिला है. इसी तरह पुरुष नसबंदी (NSV) में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नामकुम और महिला बंध्याकरण में बेस्ट परफॉर्मेंस का अवार्ड सोनाहातू सामुदायिक केंद्र को मिला है. परिवार नियोजन की सभी तरीके को अपनाने में सीएचओ नवागढ़ की ललिता कुमारी को सम्मान दिया गया है. परिवार नियोजन कार्यक्रम में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले ग्रामीण क्षेत्र से रातू की कामता देवी, संकेश्वरी देवी, शहरी क्षेत्र के लिए उड़ना की शकुंतला मुंडा सम्मानित की गईं. प्रसव पश्चात परिवार नियोजन के साधन का इस्तेमाल करने के मामले में सामुदायिक केंद्र कांके को बेहतरीन परफॉर्मर का अवार्ड मिला है. सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में आज से स्वास्थ्य सुरक्षा एवं परिवार नियोजन पखवाड़ा की शुरुआत हुई जो 24 जुलाई तक चलेगा. इस दौरान लोगों में परिवार नियोजन के लिए जागरुकता के कार्यक्रम, स्वास्थ्य जांच सहित कई कार्यक्रम होंगे.
27 हजार से अधिक NSV कर चुके हैं डॉ आरके सिंह: अब तक 27 हजार से अधिक NSV कर चुके डॉ आरके सिंह ने कहा कि सम्मान मिलने से उत्साह का संचार होता है. अभी भी राज्य में पुरुष नसबंदी कराने वाले की संख्या काफी कम है, जबकि यह महिला बंध्याकरण से बेहद आसान होता है इसलिए इसको बढ़ावा देना चाहिए और इसको लेकर जो भी गलत धारणाएं हैं, उसे दूर करना चाहिए.
पुरुष नसबंदी को बढ़ावा दे रहे डॉक्टर: RCH अधिकारी डॉ शशिभूषण खलखो ने कहा कि परिवार नियोजन की कई विधियां हैं जिसमें से जिस विधि को अपनाना चाहे दंपत्ति उसे अपनाएं. राज्य में महिलाओं में खून की कमी है ऐसे में महिला बंध्याकरण से ज्यादा बेहतर होता कि पुरुष नसबंदी अधिक हो. राज्य में परिवार नियोजन अभियान की स्टेट कंसलटेंट गुंजन खलखो ने कहा कि राज्य में परिवार नियोजन अभियान सफल हो रहा है, जब लोग यह समझ लेंगे कि हमारे संसाधन सीमित है इसलिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी है.