रांची: झारखंड में समय से पहले विधानसभा चुनाव 2019 संपन्न कराए जाने को लेकर चर्चा शुरू हो गई. सभी राजनीतिक दलों ने दावा किया कि वो चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बात की चर्चा है कि हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव कराए जाने के तुरंत बाद झारखंड में सिलसिलेवार ढंग से चुनाव करा लिए जाएंगे.
चुनाव को लेकर अंदाजा इस बात का भी लगाया जा रहा है, कि इलेक्शन कमिशन हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव की तिथियों की घोषणा के दौरान झारखंड के संबंध में भी कुछ ऐसी घोषणा कर सकता है. इसके पीछे वजह यह बताई जा रही है कि हरियाणा विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 2 नवंबर तक है. वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 11 नवंबर को खत्म हो जाएगा. झारखंड में रघुवर दास ने 28 दिसंबर 2014 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
इसे भी पढ़ें:- रांचीः फुटपाथ दुकानदारों ने दी अटलजी को श्रद्धांजलि, बंद रहा वेंडर मार्केट
बीजेपी का दावा एक्टिव मोड में है पार्टी
प्रदेश में सत्ताधारी दल बीजेपी से शुरुआत करें तो पार्टी ने पहले ही 81 इलेक्टेड सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा के लिए 65 प्लस का टारगेट रखा है. इसको हासिल करने के लिए पार्टी हर स्तर पर तैयारी कर रही है. एक तरफ जहां सदस्यता अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है. वहीं, दूसरी तरफ लगातार बड़े नेताओं का दौरा हो रहा है. बीजेपी बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक के सभी नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दे रही है. इसके अलावा सभी मोर्चा एक्टिव मोड में आ गए हैं.
आजसू रेडी तो किचकिच झेल रही कांग्रेस भी है तैयार
वहीं, दूसरी तरफ एनडीए के घटक दल आजसू पार्टी की बात करें तो पार्टी ने स्पष्ट दावा किया कि इलेक्शन कभी भी हो पार्टी रेडी मोड में है. इस मुद्दे पर विपक्षी दल कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी स्पष्ट किया कि महागठबंधन में भले ही सीट शेयरिंग क्लियर नहीं हुई हो लेकिन महागठबंधन चुनाव में जाने के लिए तैयार है.
क्या कहते हैं बीजेपी समेत अन्य दलों के नेता
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री सुबोध सिंह गुड्डू ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद से ही पार्टी पूरी तरह से सक्रिय है. उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में अलग-अलग कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ पार्टी नेता अपने-अपने स्थान पर सक्रिय हैं. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने दावा किया कि जेपीसीसी को लेकर जो भी राजनीतिक चर्चा हो रही हो, हकीकत यह है कि कांग्रेस चुनाव में जाने के लिए एकदम तैयार है. उन्होंने कहा इलेक्शन कभी भी हो पार्टी उसे फेस करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. वहीं, आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य एनडीए को हर उस सीट पर जीत दिलाना है, जिसपर एनडीए उम्मीदवार खड़े हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीते लोकसभा इलेक्शन में पार्टी ने सकारात्मक भूमिका निभाई है और विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही देखने को मिलेगा.
किस पार्टी के पास कितने विधायक हैं
बता दें, कि झारखंड विधानसभा में बीजेपी के 43, झामुमो के 19, कांग्रेस के 8, आजसू के 2, झाविमो के 2, भाकपा माले मासस के क्रमशः 1-1 और निर्दलीय विधायक हैं.