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रिम्स में डेंगू पीड़ित का चार घंटे हुआ शव के बगल में इलाज, वीडियो सामने आने पर हड़कंप

रिम्स में डेंगू पीड़ित (Dengue Affected Baby Treatment) का चार घंटे शव के बगल में इलाज किया गया. इसका वीडियो सामने आने पर हड़कंप मचा है. इसके अलावा एक और परिजन ने रिम्स पर तोहमत लगाया है. उनका आरोप है कि उनके मरीज की मौत रिम्स के लिफ्ट के कारण हुई.

Dengue affected baby treatment
डेंगू पीड़ित बच्चे का शव के पास रिम्स में इलाज
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Published : Nov 26, 2022, 10:01 PM IST

रांची: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में आए दिन लापरवाही सामने आ रही है. अब शनिवार को रिम्स के पीड्रियाट्रिक विभाग में ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां विभाग के आईसीयू में कर्मचारी शव के बगल में डेंगू पीड़ित शिशु (Dengue Affected Baby Treatment) का इलाज करने लगे. इसका वीडियो सामने आने पर अब प्रबंधन मामले की जांच की बात कह रहा है. वीडियो में एक महिला अपने बच्चे को लेकर गोद में बैठी है और उसके बगल में एक डेड बॉडी रखी हुई है.

ये भी पढ़ें-आत्महत्या का लाइव वीडियो! देखिए कैसे ट्रेन के सामने आकर युवक ने किया सुसाइड


इधर, मृतक के परिजनों ने बताया कि शनिवार अहले सुबह वह अपने मरीज आदित्य का इलाज कराने आया था. डॉक्टरों ने कहा कि किडनी में इंफेक्शन है, उसे डायलिसिस की जरूरत है. अस्पताल में डायलिसिस की व्यवस्था की जब परिजनों ने जानकारी ली तो उन्हें पता चला कि डायलिसिस के लिए काफी समय लगेगा. इसके बाद 12 वर्षीय आदित्य (मरीज) के परिजन मरीज को लेकर प्राइवेट अस्पताल में डायलिसिस कराने जाने लगे, लेकिन जैसे ही लिफ्ट में आदित्य को ट्रॉली के साथ ले जाया गया वैसे ही लिफ्ट अचानक ग्राउंड फ्लोर पर तेजी से जाने लगी और एक जोरदार आवाज भी हुई, उसी वक्त आदित्य की मौत हो गई.

देखें पूरी खबर
परिजनों का आरोप खराब लिफ्ट ने ले ली जानः इसके बाद ट्रॉली मैन आनन-फानन में आदित्य को फिर से पीड्रियाट्रिक आईसीयू में ले गया, लेकिन उसका शव कई घंटों तक रखा रहा और उसे देखने वाला कोई नहीं था. इसी बीच डेंगू से पीड़ित एक बच्चे का इलाज आदित्य के शव के बगल में ही किया गया. यह सभी तस्वीर देखकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. रिम्स अस्पताल के लगभग सारे लिफ्ट मेंटिनेंस के अभाव में खराब हैं. आदित्य की मौत का कारण भी उनके परिजन खराब लिफ्ट ही बता रहे हैं. क्योंकि जैसे ही लिफ्ट अचानक नीचे की ओर आई और जोरदार आवाज हुई उसी वक्त आदित्य की मौत हो गई.इस पूरे मामले को लेकर रिम्स के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. राजीव रंजन बताते हैं कि मेडिकल प्रोटोकॉल के हिसाब से यदि किसी मरीज की मौत इलाज के दौरान हो जाती है तो उसे आधे घंटे के अंदर बेड से हटाने का प्रावधान है लेकिन यदि यहां पर किसी तरह की लापरवाही बरती गई है तो निश्चित रूप से पूरे मामले की जांच होगी और संबंधित लोगों पर कार्रवाई भी की जाएगी.

रांची: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में आए दिन लापरवाही सामने आ रही है. अब शनिवार को रिम्स के पीड्रियाट्रिक विभाग में ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां विभाग के आईसीयू में कर्मचारी शव के बगल में डेंगू पीड़ित शिशु (Dengue Affected Baby Treatment) का इलाज करने लगे. इसका वीडियो सामने आने पर अब प्रबंधन मामले की जांच की बात कह रहा है. वीडियो में एक महिला अपने बच्चे को लेकर गोद में बैठी है और उसके बगल में एक डेड बॉडी रखी हुई है.

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इधर, मृतक के परिजनों ने बताया कि शनिवार अहले सुबह वह अपने मरीज आदित्य का इलाज कराने आया था. डॉक्टरों ने कहा कि किडनी में इंफेक्शन है, उसे डायलिसिस की जरूरत है. अस्पताल में डायलिसिस की व्यवस्था की जब परिजनों ने जानकारी ली तो उन्हें पता चला कि डायलिसिस के लिए काफी समय लगेगा. इसके बाद 12 वर्षीय आदित्य (मरीज) के परिजन मरीज को लेकर प्राइवेट अस्पताल में डायलिसिस कराने जाने लगे, लेकिन जैसे ही लिफ्ट में आदित्य को ट्रॉली के साथ ले जाया गया वैसे ही लिफ्ट अचानक ग्राउंड फ्लोर पर तेजी से जाने लगी और एक जोरदार आवाज भी हुई, उसी वक्त आदित्य की मौत हो गई.

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परिजनों का आरोप खराब लिफ्ट ने ले ली जानः इसके बाद ट्रॉली मैन आनन-फानन में आदित्य को फिर से पीड्रियाट्रिक आईसीयू में ले गया, लेकिन उसका शव कई घंटों तक रखा रहा और उसे देखने वाला कोई नहीं था. इसी बीच डेंगू से पीड़ित एक बच्चे का इलाज आदित्य के शव के बगल में ही किया गया. यह सभी तस्वीर देखकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. रिम्स अस्पताल के लगभग सारे लिफ्ट मेंटिनेंस के अभाव में खराब हैं. आदित्य की मौत का कारण भी उनके परिजन खराब लिफ्ट ही बता रहे हैं. क्योंकि जैसे ही लिफ्ट अचानक नीचे की ओर आई और जोरदार आवाज हुई उसी वक्त आदित्य की मौत हो गई.इस पूरे मामले को लेकर रिम्स के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. राजीव रंजन बताते हैं कि मेडिकल प्रोटोकॉल के हिसाब से यदि किसी मरीज की मौत इलाज के दौरान हो जाती है तो उसे आधे घंटे के अंदर बेड से हटाने का प्रावधान है लेकिन यदि यहां पर किसी तरह की लापरवाही बरती गई है तो निश्चित रूप से पूरे मामले की जांच होगी और संबंधित लोगों पर कार्रवाई भी की जाएगी.
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