वाशिंगटन: विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने दो साल पहले सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि ये बहुत ही गंभीर मामला है और इसके आरोपियों को कटघरे में लाया जाना चाहिए.
जयशंकर ने बुधवार को वाशिंगटन डीसी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'सैन फ्रांसिस्को में हमारे वाणिज्य दूतावास पर आगजनी का हमला एक बहुत ही गंभीर मामला है. यह ऐसा मामला है जिसके लिए हम जवाबदेही की उम्मीद करते हैं. हम यह देखना चाहेंगे कि जिन लोगों ने इसे किया, उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाए. भारत इस घटना के लिए जवाबदेही की उम्मीद करता है.
इसके अलावा जयशंकर ने यह भी कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ उन्होंने बांग्लादेश पर संक्षिप्त चर्चा की. लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कोई और जानकारी शेयर नहीं की. हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया है उनके साथ बांग्लादेश के मुद्दे पर चर्चा की. लेकिन उन्होंने इसे मीडिया के सामने रखना उचित नहीं समझा.
उल्लेखनीय है कि सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूतावास पर 19 मार्च, 2023 को हमलावरों के एक समूह ने हमला किया था. हमलावरों ने पुलिस की ओर से लगाए अस्थायी सुरक्षा घेरे को तोड़ दिया था. भारतीय वाणिज्य दूतावास में आग लगा दी गई. हालांकि अग्निशमन कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया.
हमलावरों ने आपराधिक अतिक्रमण किया, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों पर हमला किया. इस हमले से पहले उसी दिन कुछ हमलावरों ने सुबह-सुबह ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर वाणिज्य दूतावास की इमारत को आग लगाने का प्रयास किया था.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया जिसमें संदिग्ध खालिस्तानी समर्थक प्रदर्शनकारियों को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर इकट्ठा होते हुए, नारे लगाते हुए और राजनयिक मिशन से बाहर निकलते समय कर्मचारियों को परेशान करते हुए देखा गया.
जुलाई में तीन महीने बाद खालिस्तान चरमपंथियों के एक समूह ने फिर से सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास को आग लगाने की कोशिश की. स्थानीय सैन फ्रांसिस्को पुलिस विभाग, विशेष राजनयिक सुरक्षा कर्मियों, तथा राज्य और संघीय अधिकारियों को सूचित किया गया और इसके बाद उन्होंने जुलाई की घटना की जांच शुरू की. इस घटना की अमेरिका ने कड़ी निंदा की और इसे 'आपराधिक अपराध' कहा.