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ई-कल्याण पोर्टल चालू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन, रिक्त पदों पर नियुक्ति की भी मांग

ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन झारखंड राज्य कमिटी के नेतृत्व में झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों के प्रतिनिधियों ने राजभवन के सामने प्रदर्शन किया. इस दौरान ई-कल्याण पोर्टल चालू करने और शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती करने की मांग की.

Demonstration demanding to start e-kalyan portal in jharkhand
ई-कल्याण पोर्टल चालू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
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Published : Apr 7, 2021, 1:21 PM IST

रांची: ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन झारखंड राज्य कमिटी के नेतृत्व में झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन की अध्यक्षता राज्य अध्यक्ष आशारानी पाल ने किया. इस दौरान आशारानी पाल ने कहा कि धारा 144 लागू होने के बावजूद विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि छात्र अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन के लिए विवश हुए हैं, क्योंकि कोरोना महामारी के चलते हमारे राज्य के छात्रों को शिक्षा संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. इस दौरान संगठन के सदस्यों ने ई कल्याण पोर्टल चालू करने और शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की है.

ये भी पढ़ें-खुदाई में मिली अवलोकितेश्वर बुद्ध की ऐतिहासिक मूर्ति, 1000 साल प्राचीन है प्रतिमा

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राज्य सचिव समर महतो ने कहा कि सत्र अनियमित हो चुके हैं. स्कूल से लेकर कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. विगत महीनों से छात्रवृत्ति के लिए ई कल्याण पोर्टल के जरिये आवेदन भरा जाना शुरू हुआ और B.ed नामांकन और विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन ये अभी तक पूरी नहीं हो पाई है. इधर ई कल्याण के पोर्टल को 10 फरवरी से बंद कर दिया गया है. विभिन्न पाठ्यक्रमों में पढ़ने वाले हजारों छात्र छात्रवृत्ति के भरोसे ही अपनी पढ़ाई पूरी कर पाते हैं. ऐसे में पोर्टल का बंद कर दिया जाना कई छात्रों को आगे की पढ़ाई को बाधित करेगा.

शिक्षकों के पद रिक्त होना भी परेशानी
वहीं राज्य उपाध्यक्ष आशीष कुमार ने कहा कि 10 फरवरी को पोर्टल बंद होने के बाद से जिला प्रखंड, विश्वविद्यालय तथा उपायुक्त तक को मांग पत्र सौंपा गया ,लेकिन महीने भर बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. इससे अपनी भविष्य के लिए छात्र प्रदर्शन के लिए विवश हुए, राज्य में हजारों की संख्या में छात्र हैं जो कि छात्रवृत्ति के भरोसे आगे की पढ़ाई करते हैं. इसके अलावा कहा कि राज्य में विभिन्न स्तर पर शिक्षकों के तकरीबन 23000 से अधिक पद रिक्त हैं. युवा अपनी योग्यता के साथ नियुक्ति की उम्मीद लगाए बैठे हैं कि नियुक्ति के लिए आवेदन लिए जाएंगे. लेकिन 2016 के बाद से जे-टेट की परीक्षा का आयोजन नहीं किया गया. शिक्षकों की कमी से शिक्षण गतिविधि बुरी तरह प्रभावित हो रही है.प्रदर्शन में राज्य अध्यक्ष आशारानी पाल, राज्य सचिव समर महतो ,राज्य उपाध्यक्ष आशीष कुमार,युधिष्ठिर कुमार, राज्य कोषाध्यक्ष सोहन महतो आदि रहे.

रांची: ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन झारखंड राज्य कमिटी के नेतृत्व में झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन की अध्यक्षता राज्य अध्यक्ष आशारानी पाल ने किया. इस दौरान आशारानी पाल ने कहा कि धारा 144 लागू होने के बावजूद विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि छात्र अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन के लिए विवश हुए हैं, क्योंकि कोरोना महामारी के चलते हमारे राज्य के छात्रों को शिक्षा संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. इस दौरान संगठन के सदस्यों ने ई कल्याण पोर्टल चालू करने और शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की है.

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प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राज्य सचिव समर महतो ने कहा कि सत्र अनियमित हो चुके हैं. स्कूल से लेकर कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. विगत महीनों से छात्रवृत्ति के लिए ई कल्याण पोर्टल के जरिये आवेदन भरा जाना शुरू हुआ और B.ed नामांकन और विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन ये अभी तक पूरी नहीं हो पाई है. इधर ई कल्याण के पोर्टल को 10 फरवरी से बंद कर दिया गया है. विभिन्न पाठ्यक्रमों में पढ़ने वाले हजारों छात्र छात्रवृत्ति के भरोसे ही अपनी पढ़ाई पूरी कर पाते हैं. ऐसे में पोर्टल का बंद कर दिया जाना कई छात्रों को आगे की पढ़ाई को बाधित करेगा.

शिक्षकों के पद रिक्त होना भी परेशानी
वहीं राज्य उपाध्यक्ष आशीष कुमार ने कहा कि 10 फरवरी को पोर्टल बंद होने के बाद से जिला प्रखंड, विश्वविद्यालय तथा उपायुक्त तक को मांग पत्र सौंपा गया ,लेकिन महीने भर बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. इससे अपनी भविष्य के लिए छात्र प्रदर्शन के लिए विवश हुए, राज्य में हजारों की संख्या में छात्र हैं जो कि छात्रवृत्ति के भरोसे आगे की पढ़ाई करते हैं. इसके अलावा कहा कि राज्य में विभिन्न स्तर पर शिक्षकों के तकरीबन 23000 से अधिक पद रिक्त हैं. युवा अपनी योग्यता के साथ नियुक्ति की उम्मीद लगाए बैठे हैं कि नियुक्ति के लिए आवेदन लिए जाएंगे. लेकिन 2016 के बाद से जे-टेट की परीक्षा का आयोजन नहीं किया गया. शिक्षकों की कमी से शिक्षण गतिविधि बुरी तरह प्रभावित हो रही है.प्रदर्शन में राज्य अध्यक्ष आशारानी पाल, राज्य सचिव समर महतो ,राज्य उपाध्यक्ष आशीष कुमार,युधिष्ठिर कुमार, राज्य कोषाध्यक्ष सोहन महतो आदि रहे.

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