रांची: साहिबगंज में महिला थाने की प्रभारी रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर हरमू बिरसा सेना, रांची पहड़ा प्रार्थना सभा, आदिवासी छात्र संघ सहित कई संगठनों के बैनर तले बड़ी संख्या में लोगों ने हरमू चौक के पास प्रदर्शन किया. इन संगठनों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आदिवासी विरोधी बताते हुए सीएम का पुतला फूंका. हरमू चौक मुख्य सड़क पर पुलिस के पुतला जलाने से मना करने पर आक्रोशित लोगों के साथ पुलिस की नोकझोंक भी हुई.
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अपने कमरे में लटकी मिली थी रूपा
साहिबगंज के महिला थाने की प्रभारी रूपा तिर्की रांची के रातू प्रखंड के काठीटांड़ इलाके की रहने वाली थी. उसका शव उसके कमरे में लटका मिला था. स्थानीय पुलिस ने इसे खुदकुशी करार दिया है, लेकिन परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है. इधर मामले को रफादफा किए जाने के आरोपों के बाद से रांची से साहिबगंज तक के लोग मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.
क्यों आक्रोशित है आदिवासी समाज
रूपा तिर्की आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग भाजपा समेत कई राजनीतिक दलों के नेता भी कर रहे हैं. सभी का कहना है कि पूरे मामले में कई तरह की साजिश की बू आती है, ऐसे में पूरे मामले पर से पर्दा उठाने के लिए सीबीआई जांच जरूरी है. आदिवासी समाज का कहना है कि सीएम भी आदिवासी हैं, इसलिए भी इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए.
इन संगठनों ने की सीबीआई जांच की मांग
रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए रांची पहड़ा प्रार्थना सभा ,हरमू बिरसा सेना के पार्वती गाड़ी, अमन सोरेंग ने कहा कि सीबीआई जांच नहीं होने पर आंदोलन तेज किया जाएगा.
नियम को ताक पर रख प्रदर्शन करने वालों पर होगी कार्रवाई
काफी देर तक प्रदर्शनकारियों के साथ नोकझोंक के बाद प्रदर्शनकारी सिर्फ इस बात के लिए तैयार हुए कि वह मेन रोड की जगह ब्रांच रोड में पुतला फूंकेंगे. इधर अरगोड़ा थाने की ओर से कहा गया कि प्रदर्शनकारियों का फोटो लिया गया है ,बिना अनुमति बड़ी संख्या में एकत्रित होकर प्रदर्शन करने पर नियम के अनुसार कार्रवाई होगी. क्योंकि अभी पेन्डेमिक एक्ट लगा हुआ है.