रांचीः अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार से मुलाकात कर खूंटी जिला शिक्षा अधीक्षक महेंद्र पांडे की शिकायक की है. शिक्षकों का आरोप है कि उनके साथ दमनात्मक कार्रवाई, दुर्व्यवहार, गाली-गलौज किया जा रहा है. उन पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की गई है.
संघ के नेताओं ने कहा कि जिला शिक्षा अधीक्षक के क्रियाकलाप और दुर्व्यवहार से शिक्षकों में भारी आक्रोश है. अगर उन्हें तत्काल नहीं हटाया गया तो तो स्थिति कभी भी विस्फोटक हो सकती है. लॉकडाउन अवधि में विभाग द्वारा जारी रोस्टर आधारित उपस्थिति को जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा अन्याय कर 300 शिक्षकों का वेतन व वार्षिक वेतन वृद्धि रोक दी गई है और घूम-घूम कर महिला शिक्षिकाओं व शिक्षकों से गाली गलौज एवं दुर्व्यवहार किया जा रहा है. यही नहीं महिला शिक्षिकाओं की मौखिक परीक्षा लेकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया जा रहा है.
शिक्षा पदाधिकारी ने लिया संज्ञान
आरडीडीई ने बताया कि उन्हें मीडिया से खूंटी जिला शिक्षा अधीक्षक की कारगुजारी की जानकारी मिली है और उन्होंने 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण की मांग की है. साथ ही शनिवार को व्यक्तिगत रूप से सुनवाई की जाएग. इस संबंध में संगठन सोमवार को शिक्षा सचिव स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, निदेशक प्राथमिक शिक्षा एवं शिक्षा मंत्री से मिलकर शिक्षकों के आक्रोश से अवगत कराएगा. तत्काल स्थानांतरण किसी प्रशिक्षण महाविद्यालय में करने की मांग करेगा क्योंकि उनका क्रियाकलाप किसी भी दृष्टि से एक प्रशासनिक पदाधिकारी के अनुरूप नहीं है.
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संघ ने दी है चेतावनी
संघ ने चेतावनी दी है कि यदि जिला शिक्षा अधीक्षक को तत्काल निलंबित करते हुए कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन को बाध्य होकर कोरोना की इस अवधि में भी आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा और अनिश्चितकाल तक जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय खूंटी में तालाबंदी की जाएगी.