धनबाद,निरसा: जिला के निरसा में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी का मामला प्रकाश में आया है. पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम देवनारायण सुपाकर है. देवनारायण धनबाद जिला के सुदामडीह थाना क्षेत्र के मोहुलबनी कंचनपुर का निवासी है. आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि निरसा एसडीपीओ रजत मणिक बाखला ने की है.
4 वर्षों से चला रहा था ठगी का धंधा
एसडीपीओ रजत मणिक बाखला ने बताया कि देवनारायण पिछले 4 वर्षों से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर भोले-भाले लोगों को ठगा करता था. वह रेलवे के बड़े-बड़े अधिकारियों के साथ पहचान बताकर लोगों को अपने झांसे में लेता था और नौकरी लगवा देने के नाम पर ठगी करता था. इसके गिरोह में 10 से 12 लोग शामिल हैं. जो कि रेलवे की ग्रुप (सी) और ग्रुप (डी) में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे.
निरसा थाना में दर्ज हुआ था एफआईआर
निरसा एसडीपीओ ने बताया कि पिछले दिनों निरसा थाना क्षेत्र के श्यामलाल रविदास के थाना में लिखित आवेदन देकर ठगी की शिकायत की थी. श्यामलाल ने बताया था कि नौकरी दिलाने के नाम पर उससे 18 लाख रुपये की ठगी कर ली गई लेकिन अब तक नौकरी नहीं मिली है. जब भी देवनारायण से नौकरी की बात कहते हैं तो वह टाल-मटोल करता था. जिसके बाद उसे अहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गया है.
आरोपी ने स्वीकार किया गुनाह
इधर, शिकायत मिलने के बाद पुलिस की विशेष टीम गठित की गई. पुलिस टीम ने छापेमारी कर आरोपी देवनारायण सुपाकर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली. पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. छापेमारी टीम में पुलिस अवर निरीक्षक अविनाश कुमार और निरसा थाना के दो शस्त्र बल शामिल रहे.
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