रांची: राजधानी रांची में साइबर अपराधी हर दिन नए-नए तरीके आजमा कर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. राजधानी के किसी ने किसी थाने में हर दिन एक या दो साइबर क्राइम के मामले सामने आए हैं जा रहे हैं. इस बार भी साइबर अपराधियों ने रांची के हिंदपीढ़ी और डोरंडा थाना क्षेत्र में रहने वाले दो लोगों को ठगी का शिकार है. दोनों मामलों के पीड़ितों ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है.
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योनो अपडेट करने का झांसा देकर 1.22 लाख: रांची के पीपी कंपाउंड निवासी मनोहर प्रसाद को योनो एप अपडेट का झांसा देकर साइबर क्रिमिनल्स ने उनके खाते से 1.22 लाख पर उड़ा लिए. साइबर अपराधियों ने इस वारदात को बीते सोमवार को अंजाम दिया है. इस संबंध मनोहर ने हिंदपीढ़ी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. मनोहर प्रसाद ने अपने आवेदन में बताया है कि उन्हें एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया और बताया कि वह बैंक अधिकारी है, उसके बाद उसने कहा कि उनका योनो एप सस्पेंड हो गया है. अपडेट करना जरूरी है इसके बाद ठग ने उन्हें एक लिंक भेजकर कहा कि इसे ओपेन करें और उसमें पैन कार्ड डालें. जैसे ही मनोहर ने लिंक को ओपेन कर पैन कार्ड डाला, उनके खाते से 1.22 हजार रुपए की अवैध निकासी हो गयी इसकी जानकारी उन्हें तब हुई जब उनके मोबाइल पर राशि निकासी का मैसेज आया. उन्होंने बैंक में फोन कर खाता को ब्लॉक कराया. फिर सीधे हिंदपीढ़ी थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
डाक्टर का नंबर लगाने के चक्कर मे गायब हो गए 92 हजार: वहीं, डोरंडा थाना क्षेत्र के डिबडीह की रहने वाली रागिनी बड़ाइक से साइबर अपराधियों ने डॉक्टर का नंबर लगाने के नाम पर उनके खाते से 92 हजार रुपए की अवैध निकासी कर ली. इस संबंध में रागिनी ने डोरंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. रागिनी ने पुलिस को बताया कि उन्हें एक डॉक्टर का एपाइनमेंट लेना था. उन्होंने गूगल उस डॉक्टर का नंबर निकाला और फोन कर एपाइनमेंट लिया. इस एवज में रागिनी ने ऑनलाइन 1100 रुपए का भुगतान किया.
इसी दौरान उनके मोबाइल पर एक व्यक्ति ने फोन किया और कहा कि डॉक्टर का एपॉइनमेंट तो मिल गया है, लेकिन उनसे मिलने के लिए एक टोकन भी लेना होगा. ठग ने कहा कि वह गूगल पे से उनके नंबर पर दस रुपए भुगतान करें. जैसे ही रागिनी ने दस रुपए ट्रासंफर किए, उनके खाते से 92 हजार रुपए की अवैध निकासी हो गयी. इसकी जानकारी उन्हें तब हुई जब उनके मोबाइल पर राशि निकासी का मैसेज आया. इसके बाद रागिनी सीधे डोरंडा थाना गयी और मामला दर्ज करायी. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. पुलिस टेक्निकल सेल की मदद से साइबर अपराधी के खाते की जानकारी इक्ट्ठा कर रही है.