रांची: जिला के लोयला कान्वेंट स्कूल में क्लोन चेक के जरिए 45 लाख रुपए निकासी करने का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक प्रिंसिपल की सतर्कता से साइबर अपराधी अपने मंसूबे में फेल हो गए. बता दें कि स्कूल के निदेशक ने हरिबाबू नाम के फ्रॉड पर खेलगांव थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.
रांची-हजारीबाग रोड के डुमदगा स्थित लोयला कॉन्वेंट स्कूल की क्लोन चेक से 45 लाख निकासी की कोशिश की गई. वहीं, क्लोन चेक बूटी मोड़ स्थित बैक ऑफ इंडिया शाखा से जारी की गई थी. जिस चेक का इस्तेमाल कर अवैध निकासी की कोशिश हुई, वह चेक लोयला कान्वेंट स्कूल के अकाउंट की है. हालांकि साइबर फ्रॉड रुपये उड़ाने की साजिश में नाकाम हो गया है. बता दें कि समय रहते स्कूल के निदेशक ने साजिश को पकड़ा और चेक पर स्टॉप पेमेंट लगा दिया. इसके बाद स्कूल के निदेशक सत्य प्रकाश ने खेलगांव ओपी में हरिबाबू नाम के फ्रॉड पर खेलगांव थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.
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स्कैन किए हुए चेक का इस्तेमाल
एफआइआर में निदेशक ने बताया है कि इस अवैध निकासी के प्रयास मामले में लोयला कॉनवेंट के अकाउंट के स्कैन किये हुए चेक का इस्तेमाल किया गया है. इस पर 6 जनवरी 2020 की तारीख दर्ज है. इस चेक का नंबर 212072 है. वहीं, चेक को निकासी के लिए पांडिचेरी स्थित ब्रांच में जमा किया गया था. वहां से सत्यापन के लिए बैक ऑफ इंडिया रांची के बूटी ब्रांच में भेजा गया था. वहीं, बैंक ने इस मामले को लेकर कॉलेज को फोन कर जानकारी दी गई, तब मामले का खुलासा हुआ. बता दें कि चेक का नंबर 212072 वर्ष 2015 में जारी किया गया था. जो वर्ष 2016-17 में कैसिंल करा लिया गया था। बैंक में निदेशक ने चेक ने इस चेक को फर्जी बताया है. चेक के सत्यापन के बाद पुलिस को जानकारी दी गई.