खूंटी : नक्सली संगठन पीएलएफआई के खिलाफ खूंटी पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. नए साल के पहले सप्ताह से शुरू हुए अभियान के दौरान पुलिस ने पांच हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. इनसे पूछताछ के दौरान पुलिस को जो जानकारी मिली, उससे चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. पुलिस को पता चला है कि नक्सली संगठन पीएलएफआई अपने संगठन के विस्तार की कोशिश कर रहा है. इसी के तहत लगातार आगजनी और रंगदारी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है.
रांची जेल में बंद पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप और शिवकुमार साहू उर्फ चरकू के निर्देश पर जिले में संगठन का विस्तार शुरू हो गया है. जेल से छूटे नक्सली और फरार नक्सली सुप्रीमो के निर्देश पर गोलीबारी और आगजनी की घटनाओं को अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में जुटे हैं. इतना ही नहीं संगठन ने अपनी वापसी शुरू कर दी है. कुछ दिन पहले खूंटी के शहरी क्षेत्र में दो शोरूम में फायरिंग कर दहशत फैलाने की बड़ी कोशिश की गई थी. खूंटी पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर ही रही थी कि दो नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिन्होंने इस घटना को अंजाम देने वालों का खुलासा कर दिया है.
तोरपा डीएसपी खिस्तोफर केरकेट्टा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नक्सलियों की गिरफ्तारी का खुलासा करते हुए बताया कि एसपी अमन कुमार को सूचना मिली थी कि पीएलएफआई के नक्सली कर्रा के रोन्हे जंगल में किसी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. सूचना पर तोरपा डीएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, जिसमें सर्किल इंस्पेक्टर अशोक सिंह, रनिया, जरियागढ़ और कर्रा थाना पुलिस ने रोन्हे जंगल की घेराबंदी कर खदेड़ कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार नक्सलियों के पास से पुलिस ने हथियार और कारतूस के अलावा संगठन का पर्चा भी बरामद किया है.
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि जेल में बंद पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप और शिवकुमार साहू उर्फ चरकू के निर्देश पर उन्हें जिले में संगठन विस्तार की जिम्मेदारी दी गई थी. इनके अलावा कई अन्य नक्सली संगठन विस्तार में शामिल हैं. उन्होंने बताया कि अन्य नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है और जल्द ही फरार नक्सलियों और संगठन विस्तार में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
गौरतलब है कि पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप और शिवकुमार साहू उर्फ चरकू को एनआईए ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और दोनों जेल में हैं. गिरफ्तार नक्सलियों का आपराधिक इतिहास भी है. जिसमें विकास गोप के खिलाफ कर्रा थाने में नक्सली मामला दर्ज है और वह 2021 में जेल गया था. एक साल जेल में रहने के बाद वह बाहर आकर संगठन में शामिल हो गया और संगठन का विस्तार करने लगा.
पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले के रनिया, तोरपा, जरियागढ़ और कर्रा थाना क्षेत्रों में पीएलएफआई नक्सलियों की सक्रियता बढ़ गई है और रंगदारी से लेकर आगजनी तक की घटनाएं घट चुकी हैं. हालांकि पुलिस लगातार नक्सलियों पर नजर रख रही है और उन्हें गिरफ्तार भी कर रही है. पिछले तीन दिनों के अंदर पांच हार्डकोर नक्सलियों को हथियार और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है.
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