रांचीः प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद राज्य की सभी स्वास्थ्य संस्थाएं सतर्क हैं. कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अपनी तैयारियों को और भी चुस्त दुरुस्त कर लिया है. राजनीतिक संगठन से लेकर सामाजिक सेवकों और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है. हालांकि कोरोना के चलते रिम्स में मरीजों की संख्या में कमी आने लगी है. पहले की तुलना में मरीज कम आ रहे हैं.
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में भी इसकी रोकथाम के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. इसको लेकर रिम्स के निदेशक डॉ डीके सिंह ने बताया कि रिम्स में मरीजों को जन सूचना एवं पंपलेट के माध्यम से सूचित किया जाएगा, कि जब तक इमरजेंसी न हो तब तक अस्पताल में न आएं.
रूटीन चेकअप के लिए फिलहाल कुछ दिनों तक अस्पताल में आना इग्नोर करें. निदेशक डीके सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि ओपीडी एरिया में डॉक्टरों को डिस्टेंस बनाकर मरीजों का इलाज करने का दिशा निर्देश दिया गया है.
साथ ही टोकन सिस्टम के हिसाब से मरीजों को देखने का निर्णय लिया गया है, ताकि अस्पताल में ज्यादा भीड़ भाड़ न लगे. वहीं मेडिकल छात्रों की परीक्षाओं की भी तिथि बढ़ा दी गई है और सभी छात्रों को हॉस्टल में ही रहने का निर्देश दिया गया है, ताकि अगर कोई विषम परिस्थिति आती है तो यह सभी छात्र डॉक्टरों की मदद में सहयोग करेंगे.
रिम्स निदेशक ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ज्यादा भीड़भाड़ होने के कारण साफ-सफाई में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए साफ सफाई का लेवल भी काफी ऊंचा हो गया है.
ऐसे में ज्यादा भीड़भाड़ करने से सफाई कर्मचारियों को सफाई रखने में दिक्कतें होती हैं, क्योंकि कम स्टाफ में ज्यादा से ज्यादा काम करना हमारी मजबूरी है.
53 मरीजों में से 42 की रिपोर्ट नेगेटिव
पिछले दिनों प्रधानमंत्री की अपील के बाद रिम्स प्रशासन ने भी लोगों को अस्पताल में बिना वजह नहीं आने की अपील की है, जिसका असर रिम्स परिसर में देखने को भी मिल रहा है.
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रिम्स के ओपीडी एवं अन्य विभाग के बाहर मरीजों की संख्या काफी कम देखी जा रही है. राज्य में 53 मरीजों में से 42 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है. साथ ही 11 संदिग्धों पर संशय बरकरार है.
रिम्स से अब तक 33 मरीजों का सैंपल भेजा जा चुका है जिसमें 29 मरीजों की रिपोर्ट आ चुकी है जबकि 4 मरीजों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है. फिलहाल अभी तक किसी मरीज के सैंपल पॉजिटिव नहीं पाए गए हैं जो निश्चित रूप से पूरे राज्य के लिए एक अच्छी खबर है.