ETV Bharat / state

रामेश्वर उरांव संभाल रहे मंत्री के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष का पद, क्या झारखंड में कांग्रेस अपनाएगी एक व्यक्ति एक पद का फॉर्मूला

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव मंत्री बन चुके हैं. उनके मंत्री के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किसी और को बनाया जा सकता है. रामेश्वर उरांव का कहना है कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी जाएगी वह निभाएंगे. हालांकि इस पर आखिरी फैसला पार्टी आलाकमान को लेना है.

congress state president
फाइल फोटो- कांग्रेसी नेता
author img

By

Published : Jan 4, 2020, 4:54 PM IST

रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव मंत्री बन चुके हैं. उनके मंत्री बनने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के लिए नए चेहरे की तलाश की जा सकती है. इसकी बड़ी वजह यह है कि कांग्रेस पार्टी के संविधान के अनुसार एक व्यक्ति के एक ही पद पर रहने की परंपरा रही है. फिलहाल इसे लेकर संशय बना हुआ है.

देखें पूरी खबर

रामेश्वर उरांव के मंत्री बनने के बाद प्रदेश अध्यक्ष के पद पर कौन आसीन होगा, इसका फैसला आलाकमान लेगा. कयास लगाए जा रहे कि मध्यप्रदेश की तरह ही झारखंड में भी वे अध्यक्ष और मंत्री दोनों पदों पर बने रह सकते हैं. इस बाबत प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा है कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, उसे वह निभाएंगे. उन्होंने कहा कि आलाकमान तय करेगा कि वह दोनों पद पर रहते हैं या फिर एक पद पर. हालांकि उन्होंने इशारा किया कि संगठन या सरकार दोनों में से किसी एक को चुनने की नौबत आएगी तो उनकी प्राथमिकता संगठन की तरफ होगी.

ये भी पढ़ें- सहकर्मी ने महिला कर्मी को भेजा अश्लील मैसेज, विरोध में परिजनों ने कार्यलय में किया हंगामा

वहीं, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस एक अनुशासित पार्टी है. सभी बातों पर आलाकमान गौर कर रहा है. किसी चीज में कमी होती है तो समय के अनुसार उस पर बदलाव किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि आलाकमान ये देखेगा कि अध्यक्ष पद पर रहते संगठन और मंत्री होने के नाते मंत्रालय को पूरा समय दिया जा रहा है या नहीं. उसके बाद ही बदलाव किए जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष को लंबा अनुभव है. उस लिहाज से उनके दोनों पदों पर रहने की पूरी उम्मीद है.

रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव मंत्री बन चुके हैं. उनके मंत्री बनने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के लिए नए चेहरे की तलाश की जा सकती है. इसकी बड़ी वजह यह है कि कांग्रेस पार्टी के संविधान के अनुसार एक व्यक्ति के एक ही पद पर रहने की परंपरा रही है. फिलहाल इसे लेकर संशय बना हुआ है.

देखें पूरी खबर

रामेश्वर उरांव के मंत्री बनने के बाद प्रदेश अध्यक्ष के पद पर कौन आसीन होगा, इसका फैसला आलाकमान लेगा. कयास लगाए जा रहे कि मध्यप्रदेश की तरह ही झारखंड में भी वे अध्यक्ष और मंत्री दोनों पदों पर बने रह सकते हैं. इस बाबत प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा है कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, उसे वह निभाएंगे. उन्होंने कहा कि आलाकमान तय करेगा कि वह दोनों पद पर रहते हैं या फिर एक पद पर. हालांकि उन्होंने इशारा किया कि संगठन या सरकार दोनों में से किसी एक को चुनने की नौबत आएगी तो उनकी प्राथमिकता संगठन की तरफ होगी.

ये भी पढ़ें- सहकर्मी ने महिला कर्मी को भेजा अश्लील मैसेज, विरोध में परिजनों ने कार्यलय में किया हंगामा

वहीं, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस एक अनुशासित पार्टी है. सभी बातों पर आलाकमान गौर कर रहा है. किसी चीज में कमी होती है तो समय के अनुसार उस पर बदलाव किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि आलाकमान ये देखेगा कि अध्यक्ष पद पर रहते संगठन और मंत्री होने के नाते मंत्रालय को पूरा समय दिया जा रहा है या नहीं. उसके बाद ही बदलाव किए जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष को लंबा अनुभव है. उस लिहाज से उनके दोनों पदों पर रहने की पूरी उम्मीद है.

Intro:रांची.झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के मंत्री बनने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश अध्यक्ष में बदलाव हो सकता है। क्योंकि कांग्रेस संविधान के अनुसार एक व्यक्ति के एक पद पर रहने की परंपरा है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष बदले जाते हैं या फिर नही। इस पर संशय बना हुआ है।


Body:प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के महागठबंधन सरकार में मंत्री पद मिलने के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष के पद पर कौन आसीन होगा। इसका फैसला आलाकमान लेगी। लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि मध्यप्रदेश की तरह ही झारखंड में भी प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव अध्यक्ष और मंत्री पद पर आसीन रहेंगे। इस बाबत प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा है कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। उस पर वह अमल करेंगे। उन्होंने कहा कि आलाकमान तय करेगा कि वह दोनों पद पर रहते हैं या फिर एक पद पर। हालांकि उन्होंने यह भी इशारा किया है कि अगर संगठन और सरकार में एक को चुनने की नौबत आएगी। तो उनकी प्राथमिकता संगठन की तरफ ही होगी।


Conclusion:वहीं प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि कांग्रेसी एक अनुशासित पार्टी है और सभी बातों पर आलाकमान गौर कर रहा है। किसी चीज पर कमी होती है तो समय के अनुसार उस पर बदलाव होते हैं। उन्होंने कहा कि आलाकमान ये देखेगा कि अध्यक्ष पद पर रहते संगठन और मंत्री होने के नाते मंत्रालय पर पूरा समय दिया जा रहा है या नही। उसके बाद ही बदलाव किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष को लंबा अनुभव है। उस लिहाज से उनके दोनों पदों पर रहने की पूरी उम्मीद है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.