रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अब वैसे नेताओं की नहीं चलेगी, जो दिल्ली में परिक्रमा करते हैं. अब कांग्रेस में उन्हीं नेता और कार्यकर्ताओं की पूछ होगी, जो धरातल पर संगठन के लिए कार्य करते हैं. पार्टी नेताओं का मानना है कि झारखंड कांग्रेस की पिछली टीम कार्यकर्ताओं की भावना को ठेंस पहुंचाकर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह पार्टी चला रही थी. आलाकमान ने कार्यकर्ताओं की भावना का कद्र करते हुए प्रदेश कांग्रेस की नई टीम बनाई है.
यह भी पढ़ेंःझारखंड कांग्रेस की नई टीम का स्वागतः संवादहीनता दूर कर कार्यकर्ताओं को मिलेगा सम्मान- राजेश ठाकुर
महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष संजय पांडे ने शीर्ष नेतृत्व के प्रति आभार जताते हुए कहा कि धरातल पर काम करने वाले कार्यकर्ता को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. झारखंड में राहुल गांधी का कांग्रेस बन गया है. उन्होंने कहा कि अब दिल्ली में परिक्रमा लगाने वाले नेताओं की नहीं चलेगी. उन्होंने कहा कि जो कार्यकर्ताओं की बात करेगा और सड़क से सदन तक लड़ेगा, उनकी पार्टी में पूछ होगी.
दो वर्षों से कार्यकर्ताओं पर नहीं दिया गया ध्यान
संजय पांडे ने कहा कि 2 वर्ष पहले भी झारखंड कांग्रेस में जोश और ऊर्जा थी. इस जोश और ऊर्जा के बल पर ज्यादा सीटें पार्टी ने जीती और सरकार बनाई. लेकिन, सरकार बनने के बाद संगठन पर ध्यान नहीं दिया गया. इतना ही नहीं, संगठन को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलाने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि राजेश ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कमेटी बुलंदी पर पहुंचेगी.
बेहतर काम करेगी नई टीम
झारखंड यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष कुमार गौरव ने कहा कि नाराजगी की वजह से नेतृत्व में बदलाव नहीं किया गया है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पर जिम्मेदारी अधिक थी. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश के वित्त और खाद्य आपूर्ति मंत्री भी हैं. कोरोना काल में उनका रोल सबसे ज्यादा बढ़ गया था. उन्होंने कहा कि परिवर्तन सृष्टि का नियम है. यही वजह है कि अब नई टीम आई है. उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि जिस तरह से कार्यकर्ता को सर्वोच्च पद से नवाजा गया है, तो वो बेहतर काम करेंगे.