रांची: उत्तराखंड से रेस्क्यू किए गए राज्य के 15 मजदूरों की सकुशल घर वापसी हो गयी है. हवाई जहाज से उत्तरकाशी से रांची आने पर राजनीतिक दलों में जहां क्रेडिट लेने की होड़ लगी रही, वहीं सरकार की इन मजदूरों के बेहतर जीवन के लिए 1.11 करोड़ की योजनाओं से जोड़ने की घोषणा के बाद, अब इस पर भी राजनीति शुरू हो गयी है.
सरकार की घोषणा पर भाजपा जहां तंज कस रही है, वहीं कांग्रेस ने राज्य के मजदूरों की बदहाली के लिए केंद्र की भाजपा सरकार को दोषी करार दिया है. झारखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि बिना सुरक्षा का ब्लू प्रिंट तैयार किए मजदूरों को टनल बनाने के काम में क्यों और कैसे लगाया गया, इसका जवाब उत्तराखंड और केंद्र के भाजपा नेताओं को देना चाहिए.
कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने कहा कि राज्य में रोजगार उपलब्ध कराने की सबसे बड़ी योजना मनरेगा ही है, लेकिन केंद्र सरकार की वजह से मनरेगा के तहत रोजगार की योजनाएं भी प्रभावित हो रही हैं. ऐसे में भाजपा के नेताओं को यह जवाब देना चाहिए कि मनरेगा की राशि राज्य को क्यों रोकी गयी.
राज्य की सरकार मजदूरों के लिए है चिंतितः उत्तराखंड के टनल से सुरक्षित लाये गए मजदूरों को 01 करोड़ 11 लाख की योजनाओं से जोड़े जाने की घोषणा को कांग्रेस ने स्वागतयोग्य बताया. कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने कहा कि यह अभी तात्कालिक घोषणा है और आने वाले दिनों में न सिर्फ इन 15 परिवारों के लिए बल्कि अन्य जरूरतमंदों के लिए कई योजनाएं शुरू किए जाएंगे.
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