रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 23 तारीख को देर शाम दिल्ली रवाना हो गए. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में उद्योग विभाग के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. दिल्ली में पहले से ही उद्योग विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में झारखंड गैलरी में झारखंड के उत्पादों के साथ प्रदर्शनी लगाई गई है.
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मुख्यमंत्री ने दोपहर तक विधानसभा में आयोजित सेमिनार में हिस्सा लिया. उसके बाद झारखंड ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल की बैठक में हिस्सा लिया और उसके बाद दिल्ली रवाना हो गए. दिल्ली जाने को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए वह दिल्ली गए हैं.
सीएम हेमंत सोरेन दिल्ली के प्रगति मैदान व्यापार मेला में झारखंड राज्य दिवस समारोह गुरुवार को आयोजित किया जा रहा है. इसमें बतौर मुख्य अतिथि सीएम शामिल होंगे. यह समारोह संध्या पांच बजे प्रगति मैदान स्थित एम्फी थिएटर में आयोजित होगा. इस अवसर पर झारखंड के पारम्परिक नृत्य, गीत और संस्कृति से लोग रूबरू होंगे.
झारखंड की दिखेगी झलक: ट्रेड फेयर में ना सिर्फ झारखंड के रेशमी परिधान लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं, बल्कि राज्य सरकार द्वारा राज्य में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और ग्रामीण स्तर पर स्वरोजगार सृजन के लिए किये जा रहे कार्यों की झांकी लोगों को आकर्षित कर रही है. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन खुद इसका जायजा लेंगे. मेले में कृषि, पशुपालन विभाग द्वारा जैविक कृषि का स्टाल, वन विभाग का स्टाल, जेरेडा का स्टाल, मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड के स्टाल में प्रदर्शित विभिन्न शिल्पकारों के हस्तनिर्मित लकड़ी, बांस से निर्मित नेम प्लेट, पेन स्टैंड, टी कोस्टर, सर्विस प्लेट, मूर्ति आदि से संबंधित स्टॉल लगाये गए हैं.
इसके अलावा झारखंड जैविक कृषि प्राधिकार ने स्टाल के माध्यम से जैविक उत्पादों की प्रदर्शनी की है. मेला में आनेवालों को जैविक कृषि से सम्बंधित बुकलेट, फिल्म के माध्यम से जानकारी दी जा रही है. झारखंड जैविक कृषि प्राधिकार के डॉ एम. शिवा ने कहा कि वर्तमान में करीब 97000 कृषक ओफाज से जुड़े है और 1 लाख हेक्टेयर भूमि से अधिक जैविक खेती के अंतर्गत है.
आने वाले दिनों में 20 लाख हेक्टेयर भूमि में जैविक खेती किया जाना प्रस्तावित है. इसके द्वारा लोगो को विषमुक्त और सुरक्षित खाद्यान्न उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य है. इन्हीं उद्देश्य के साथ झारखंड राज्य में जैविक खेती का कार्य किया जा रहा है. गौरतलब है कि 27 नवंबर तक आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 में झारखंड पार्टनर स्टेट के तौर पर शामिल है. मेले में झारखंड के स्थानीय बुनकरों, ट्राइबल शिल्पकारों द्वारा प्रदर्शित पारम्परिक आदिवासी जैकेट, शर्ट्स, टॉवल, गमछा, टोपी आदि दर्शकों के द्वारा बहुत पसंद किया जा रहा है.