रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य में कोरोना महामारी की जांच के लिए किट की उपलब्धता को लेकर उनकी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात हुई है. उन्होंने कहा कि राज्य में जांच को गति मिले इसके लिए लैब की उपलब्धता और बढ़े इसपर भी चर्चा की गई है.
वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय के गाइडलाइन के संबंध में उन्होंने कहा कि लगभग 15 पेज का गाइडलाइन आया है, उसका अध्ययन किया जा रहा है कि व्यावहारिक रूप से उसे कितना अमल में लाया जा सकता है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बीच भी कुछ शरारती तत्व सक्रिय हैं, लेकिन राज्य सरकार उनसे सख्ती से निपटेगी. सीएम हेमंत ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी लोग धर्म और अन्य बातों को लेकर लगे रहते हैं, लेकिन राज्य सरकार की उन पर कड़ी नजर है.
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बिहार झारखंड में फंसे लोगों के लिए नियुक्त किये गए हैं अधिकारी
वहीं लॉकडाउन के दौरान बिहार और झारखंड में रह रहे राजस्थान के प्रवासियों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए राजस्थान सरकार ने महमूद अली खान (9414303190), सुशील कुमार (9414277783), साउद अख्तर (8290177888), कैलाश चंद्र वर्मा (9694082407) को नियुक्त किया है. राजस्थान सरकार के इन पदाधिकारियों से उस प्रदेश के वैसे लोग जो लॉकडाउन की वजह से बिहार और झारखंड में फंसे हुए हैं, संपर्क कर सकते हैं.