रांची: अपनी सरकार पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने विरोधियों को मजाकिया अंदाज में जवाब दिया है. दरअसल, गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन में नवचयनित 66 पशु चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में बड़े ही बेबाकी से पूछा कि आपको जो नियुक्ति मिल रही है, उसके लिए क्या किसी ने पैसे लिये हैं. यदि हां तो अभी उसका नाम बताएं, उसे जेल भेजा जाएगा.
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हालांकि नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में मौजूद किसी भी नवचयनित अभ्यर्थी ने किसी का नाम नहीं बताया, लेकिन इस बहाने मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता को सरकार की छवि को लेकर एक बड़ा संदेश देने का काम जरूर किया है.
झारखंड लोक सेवा आयोग ने 2021 में पशु चिकित्सकों के 166 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था. प्रक्रिया पूरी करते हुए जुलाई 2023 में अंतिम रूप से 66 अभ्यर्थी ही सफल हो पाये. प्रोजेक्ट भवन में अंतिम रूप से सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई दी और कहा कि आप सिर्फ एक पशुचिकित्सक नहीं हैं, आप सरकार की आंख, कान और नाक हैं. आपसे अपेक्षा है कि आप सरकार द्वारा सौंपी गई जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाएंगे. इस मौके पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भी सभी को संबोधित किया.
नियुक्ति पत्र पाने के बाद अभ्यर्थी दिखे उत्साहित: इधर, काफी जद्दोजहद के बाद नियुक्ति पत्र पाने वाले नवचयनित अभ्यर्थी काफी उत्साहित दिखे. डॉ स्वेच्छा अखौरी का कहना है कि उन्हें जो जिम्मेदारी दी जा रही है, उसे वह पूरी ईमानदारी से निभाएंगी. वहीं, डॉ. राजेश कुमार का कहना है कि जो भी रिक्तियां बची हैं, उन्हें बैकलॉग माना जाए और भविष्य में होने वाली नियुक्तियों में शामिल किया जाए.
इन पशु चिकित्सकों की नियुक्ति से विभाग ने राहत की सांस ली है. हालांकि, विभाग में अभी भी पशु चिकित्सकों के 214 पद रिक्त हैं. राज्य में 430 पशु चिकित्सालय हैं, जिनमें से सरकार ने 100 अस्पतालों को मॉडल में बदलने की तैयारी कर ली है. जिसमें राज्य स्तरीय पशु चिकित्सालय भी तैयार होगा. इसके अलावा हर ब्लॉक में एक-एक पशु एंबुलेंस उपलब्ध कराने की भी तैयारी की गई है.