रांची: त्रिपुरा के राज्यपाल और भाजपा के पूर्व सांसद रमेश बैस को झारखंड का नया राज्यपाल बनाया गया है. वे द्रौपदी मुर्मू की जगह लेंगे. रमेश बैस को नया राज्यपाल बनाए जाने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुशी जताई है. सीएम ने केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि नए राज्यपाल के नेतृत्व में झारखंड का विकास होगा. मंगलवार के कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम पत्रकारों से बात कर रहे थे.
बता दें कि रमेश बैस छत्तीसगढ़ भाजपा के बड़े नेता रहे हैं. वे रायपुर से लगातार सात बार सांसद रहे हैं. लगातार चुनाव जीतने के बावजूद 2019 में उन्हें टिकट नहीं दिया गया. ऐसा माना जा रहा था कि पार्टी टिकट नहीं देकर उन्हें साइडलाइन कर रही है. लेकिन, चुनाव के कुछ दिनों के बाद ही उन्हें त्रिपुरा का राज्यपाल बनाया गया. अब वे झारखंड के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभालेंगे.
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पांच साल कार्यकाल पूरा करने वाली पहली राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू
झारखंड में पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली द्रौपदी मुर्मू पहली राज्यपाल बनीं. झारखंड में अब तक का सबसे लंबा कार्यकाल द्रौपदी मुर्मू का रहा. 18 मई 2015 को उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया था. वह 6 साल से अधिक वक्त के लिए झारखंड की राज्यपाल रहीं.
उद्योग नीति की मंजूरी पर सीएम ने जताई खुशी
कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम ने झारखंड में नए उद्योग नीति को मंजूरी मिलने पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि नई उद्योग नीति से झारखंड में रोजगार के अवसर पैदा होंगे. राज्य में निवेश भी बढ़ेगा. नेपाल में 12 साल से फंसी एक महिला की राज्य वापसी पर खुशी जताते हुए सीएम ने कहा कि राज्य सरकार का यह हमेशा प्रयास रहा है कि कोई भी व्यक्ति जो राज्य या देश के बाहर फंसा है उसे किसी भी हाल में वापस लाया जाए. लोहरदगा की महिला के बारे में जानकारी मिलते ही सरकार ने कदम उठाया और महिला को उनके घर तक पहुंचाया.