रांची: झारखंड की पहचान खेल और खिलाड़ियों की वजह से भी होती है. जयपाल सिंह मुंडा ने हॉकी प्रतिभा की बदौलत सबसे पहले यहां की माटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई थी. बाद के दौर में इस राज्य ने कई अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी दिए. फिर तीरंदाजों ने बताया कि वह पारंपरिक हथियार तीर-धनुष चलाने में कितने माहिर हैं. रही सही कसर महेंद्र सिंह धोनी ने पूरी की. इनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने क्रिकेट के हर इवेंट पर कब्जा जमाया.
लिहाजा, खेल को बढ़ावा देने के लिए हेमंत सरकार ने खेल नीति 2022 को लॉन्च किया. इसके तहत साल 2022-23 और 2023-24 के लिए अलग-अलग इवेंट में पदक जीतने वाले 222 खिलाड़ियों के बीच 4 करोड़ 46 लाख 20 हजार रु. बतौर सम्मान राशि वितरित की जाएगी. इसके अलावा साल 2022-23 के लिए कुल 52 खेल प्रशिक्षकों के बीच 48 लाख 30 हजार रु. पुरस्कार राशि बांटी जाएगी. नकद पुरस्कार राशि वितरण समारोह का आयोजन 12 अक्टूबर को मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम में होगा. इसमें बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल होंगे. इसके लिए जोर-शोर से तैयारी की जा रही है.
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मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM से खेल-कूद एवं युवा कार्य निदेशालय के डायरेक्टर श्री सुशांत गौरव ने मुलाकात कर 12 अक्टूबर 2023 को मेगा स्पोर्ट्स, कॉम्प्लेक्स में आयोजित खिलाड़ी एवं प्रशिक्षक सम्मान राशि वितरण समारोह में उन्हें बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने हेतु आमंत्रित किया। pic.twitter.com/6Httg7pLfu
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) October 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) October 11, 2023मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM से खेल-कूद एवं युवा कार्य निदेशालय के डायरेक्टर श्री सुशांत गौरव ने मुलाकात कर 12 अक्टूबर 2023 को मेगा स्पोर्ट्स, कॉम्प्लेक्स में आयोजित खिलाड़ी एवं प्रशिक्षक सम्मान राशि वितरण समारोह में उन्हें बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने हेतु आमंत्रित किया। pic.twitter.com/6Httg7pLfu
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चयनित कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों के नाम: पुरस्कार के लिए जिन 222 खिलाड़ियों का चयन हुआ है उनमें सबसे ज्यादा राशि पाने के हकदार कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों में रूपा रानी तिर्की, लवली चौबे, चंदन कुमार सिंह, सुनील बहादुर और दिनेश कुमार के नाम शामिल हैं. इन सभी ने लॉन बॉल के अलग-अलग इवेंट में मेडल जीते हैं. इसके लिए रूपा रानी तिर्की को कुल 47 लाख रु., लवली चौबे को 47 लाख रु., चंदन सिंह को 28 लाख रु., सुनील बहादुर को 28 लाख रु. और दिनेश कुमार को 28 लाख रु. बतौर नकद पुरस्कार से नवाजा जाएगा.
कोच जिनको मिलेगी सबसे ज्यादा राशि: जहां तक कोच की बात है तो कॉमनवेल्थ गेम्स के लॉन बॉल में गोल्ड जीतने वाली लवली चौबे के कोच के रूप में मधुकांत पाठक को 10 लाख रु. दिए जाएंगे. वहीं बर्मिंघम में आयोजित 22 वें कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में ब्रॉन्ज जीतने वाली सलीमा टेटे की कोच प्रतिमा बरवा को 5 लाख रू., और आर्चरी वर्ल्ड कप के स्टेज-2 में ब्रांच जीतने वाली कोमालिका बारी की कोच पूर्णिमा महतो को 4 लाख 20 हजार रु. का पुरस्कार मिलेगा.
किस पदक के बदले कितनी राशि मिलेगी: कॉमनवेल्थ गेम-2022 में गोल्ड जीतने वाले खिलाड़ियों को 40 लाख रु. और सिल्वर जीतने वाले को 25 लाख रु. बतौर पुरस्कार दिया जाएगा. हांगझाऊ में हुए एशियन गेम्स के हॉकी में ब्रांच जीतने वाली टीम में शामिल खिलाड़ियों को 12 लाख रु. मिलेंगे. एशियन लॉन बॉल प्रतियोगिता के गोल्ड मेडल विजेता को 7 लाख रु. और इसी इवेंट में ब्रॉन्ज जीतने वाले खिलाड़ी को 3 लाख रु. का पुरस्कार मिलेगा. वहीं नेशनल गेम्स के गोल्ड विजेता को 5 लाख रु., सिल्वर विजेता को 3 लाख रु. और ब्रांज मेडल विजेता को 2 लाख रु. दिए जाएंगे. इसके अलावा जूनियर नेशनल के गोल्ड विजेता को 01 लाख, सिल्वर के लिए 75 हजार और ब्रांज मेडल के लिए 50 हजार रु. का पुरस्कार दिया जाएगा. वहीं सब जूनियर नेशनल गोल्ड विजेता को 75 रू. दिए जाएंगे. फीफा अंडर-17 विमेंस वर्ल्ड कप में शामिल खिलाड़ियों को 1-1 लाख रु. का पुरस्कार दिया जाएगा. एनटीपीसी सीनियर इंडियन राउंड आर्चरी चैंपियनशिप के गोल्ड विजेता को 1.50 लाख का इनाम मिलेगा. इसके अलावा अलग-अलग कैटेगरी में 60 हजार से न्यूनतम 50 हजार तक पुरस्कार राशि दी जाएगी.
खेल प्रशिक्षकों को कितनी राशि मिलेगी: कॉमनवेल्थ गेम्स में खिलाड़ी को गोल्ड दिलाने वाले कोच को 10 लाख रू., ब्रांज के बदले 5 लाख रु., एशियन अंडर-18 एथलीट में गोल्ड के लिए 1 लाख रु., 36वें नेशनल गेम्स में गोल्ड के लिए 1 लाख रु., सिल्वर के बदले 75 हजार रु., खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड के बदले 75 हजार रु., फेडरेशन कप अंडर-17 विमेंस रेसलिंग में ब्रांज के बदले 50 हजार रु., अंडर-17 फेडरेशन कप में सिल्वर के बदले 60 हजार रु., आर्चरी वर्ल्ड कप 2022 में ब्रांज के लिए 4 लाख 20 हजार रु., जूनियर नेशनल आर्चरी में सिल्वर के बदले 60 हजार रु., ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स में सिल्वर के लिए 36 हजार रु., का पुरस्कार दिया जाएगा.
क्या है खेल नीति 2022 में: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 13 सितंबर 2022 को खेल नीति 2022 को लॉन्च किया था. इसके तहत पूर्व खिलाड़ियों को 10 हजार रु. तक मासिक पेंशन, खेल प्रशिक्षकों को 10 लाख तक सम्मान राशि और खिलाड़ियों को छह हजार रु. तक की छात्रवृत्ति का प्रावधान है. इसके अलावा खिलाड़ियों का डाटाबेस तैयार करना, खेल विश्वविद्यालय की स्थापना, राज्य सरकार की नौकरी और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण, द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ वर्ग की नौकरियों में सीधी भर्ती का भी प्रावधान है. साथ ही राज्य खेल विकास कोष का भी गठन होना है. कैबिनेट से खेल नीति स्वीकृत होने से कुछ समय पहले ही सीएम ने सभी 24 जिलों के लिए डीएसओ को नियुक्ति पत्र देकर खेल के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर की थी.
किस आधार पर मिलना है सम्मान राशि: खेल नीति 2022 के आधार पर खेल एवं युवा कार्य निदेशालय ने 3 अप्रैल 2023 को फॉर्मेट जारी कर योग्य खिलाड़ियों से कैश अवार्ड के लिए आवेदन मांगा था. इसके बाद 11 अप्रैल 2023 को एक और फॉर्मेट जारी कर खेल प्रशिक्षकों से कैश अवार्ड के लिए आवेदन मांगा था. इसमें स्पष्ट किया गया था कि वैसे खेल प्रशिक्षक जिन्होंने 10 जून 2022 के बाद भारतीय ओलंपिक संघ से मान्यता प्राप्त खेल प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों को सफलता दिलाई हो और जो झारखंड का प्रतिनिधित्व करते हों, वे डीएसओ को आवेदन दे सकते हैं. इसमें एक कंडीशन भी था कि वैसे कोच ही पुरस्कार राशि के लिए योग्य होंगे, जिन्होंने चार वर्ष पूर्व से ट्रेंड खिलाड़ी या टीम का नेतृत्व किया हो. उनके नेतृत्व में खिलाड़ी ने राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक हासिल किया हो. इसके अलावा वैसे पूर्व खिलाड़ियों को पेंशन दिया जा ना है, जिन्होंने अर्जुना अवार्ड, ध्यानचंद अवार्ड, द्रोणाचार्य अवार्ड लिया हो या फिर ओलंपिक, कॉमनवेल्थ और एशियन गेम में पदक जीता हो और अब नहीं खेल रहें हों.
टलता रहा कार्यक्रम: खास बात है अप्रैल 2023 में आवेदन जमा करने की प्रक्रिया पूरी हो गई थी. इस आधार पर शॉर्टलिस्ट किए गये खिलाड़ी, कोच और पूर्व खिलाड़ियों को पेंशन और सम्मान राशि देने के लिए 29 अगस्त को कार्यक्रम की पूरी तैयारी कर ली गई थी. लेकिन अंतिम समय में किसी कारणवश इसको टाल दिया गया था. इसको लेकर सवाल उठने पर विभाग रेस हुआ और 12 अक्टूबर 2023 की तारीख तय की.
आश्चर्य की बात है कि राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को खेल नीति के तहत मिलने वाली पुरस्कार राशि की फाइल दबी रही. जब सवाल उठे तो विभाग की नींद खुली है. लंबे इंतजार बाद वह लम्हा आ गया है जब पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सम्मान राशि दिया जा रहा है.