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CAA और NRC के समर्थन और विरोध का दौर जारी, BJP ने कांग्रेस पर लगाया तुष्टीकरण का आरोप

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Published : Feb 2, 2020, 5:16 PM IST

Updated : Feb 2, 2020, 7:03 PM IST

झारखंड में पिछले कई दिनों से सीएए और एनआरसी को लेकर समर्थन और विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. कांग्रेस इस कानून के विरोध में है और झारखंड में किसी हाल में इस कानून को लागू नहीं होने देने की बात कर रहे हैं. जबकि राज्य में विपक्ष में काबिज बीजेपी कानून के समर्थन में रैलियां और मानव श्रृंखला जैसे कार्यक्रमों को चला रही है.

CAA और NRC के समर्थन और विरोध का दौर जारी, BJP ने कांग्रेस पर लगाया तुष्टीकरण का आरोप
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रांचीः सीएए और एनआरसी को लेकर लगातार देश में विरोध प्रदर्शन का दौर चल रहा है, जिससे झारखंड भी अछूता नहीं रहा है. इस कानून के विरोध में जहां सड़कों पर लोग उतर कर विरोध जताने से परहेज नही कर रहे हैं, तो धरने का भी दौर जारी है. ऐसे में गठबंधन दल की कांग्रेस पार्टी इस कानून के विरोध में है और झारखंड में किसी हाल में इस कानून को लागू नहीं होने देने की बात कर रहे हैं. वहीं उनके साथ झारखंड विकास मोर्चा के विधायक भी खड़े हैं.

देखें पूरी खबर

तोड़ने वाला कानून

झारखंड में विपक्ष की बीजेपी पार्टी समर्थन में रैलियां और मानव श्रृंखला जैसे कार्यक्रमों को लगातार चला रही है, जिसका सत्ताधारी दल कांग्रेस ने जमकर विरोध किया है.
देशभर में सीएए और एनआरसी को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. ऐसे में झारखंड में भी पक्ष और विपक्ष इस मुद्दे को लेकर आमने-सामने हैं. सड़क पर जहां लोग इसके विरोध में निकल रहे हैं, तो इस एक्ट को वापस करने की मांग को लेकर धरना भी बदस्तूर जारी है. ऐसे में अगर झारखंड की गठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस की बात करें, तो पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने सीधे तौर पर कहा है कि किसी भी हाल में झारखंड में इस कानून को लागू नहीं होने देंगे. साथ ही उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस तरह से इनकी ओर से सीएए और एनआरसी के समर्थन में रैलियां निकाली जा रही है. इससे यही लगता है कि इसके पीछे बड़ी साजिश है. इसके माध्यम से समाज को लड़ाने और समाज को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
वहीं झारखंड विकास मोर्चा के विधायक प्रदीप यादव ने सीधे तौर पर कहा है कि सीएए धर्म में धर्म के आधार पर विभेद करने का प्रयास है, जो आर्टिकल 14 और 15 के विरुद्ध जाता है. इस पर केंद्र सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह देश को मजबूत करने वाला नहीं बल्कि कमजोर करने वाला कानून है.

और पढ़ें- CAA के समर्थन में बंद रहा लातेहार, नहीं खुले आवश्यक सेवाओं के भी प्रतिष्ठान

कांग्रेस कर रही तुष्टीकरण

बीजेपी विधायक अनंत ओझा का सीएए और एनआरसी को लेकर मानना है कि इस कानून का सम्मान करते हुए इसका सभी को पालन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश के अंदर विभाजनकारी राजनीति बंद होनी चाहिए, जो देश हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि जो सपना पूजनीय महात्मा गांधी और नेहरू जी समेत श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देखा था. उन सपनों को 70 वर्षों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने साहसिक निर्णय लेकर पूरा करने का काम किया है. लेकिन कांग्रेस शुरू से ही तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है. जबकि तुष्टीकरण की राजनीति से देश को बाहर निकलना चाहिए और ऐसी राजनीति बंद होनी चाहिए.

रांचीः सीएए और एनआरसी को लेकर लगातार देश में विरोध प्रदर्शन का दौर चल रहा है, जिससे झारखंड भी अछूता नहीं रहा है. इस कानून के विरोध में जहां सड़कों पर लोग उतर कर विरोध जताने से परहेज नही कर रहे हैं, तो धरने का भी दौर जारी है. ऐसे में गठबंधन दल की कांग्रेस पार्टी इस कानून के विरोध में है और झारखंड में किसी हाल में इस कानून को लागू नहीं होने देने की बात कर रहे हैं. वहीं उनके साथ झारखंड विकास मोर्चा के विधायक भी खड़े हैं.

देखें पूरी खबर

तोड़ने वाला कानून

झारखंड में विपक्ष की बीजेपी पार्टी समर्थन में रैलियां और मानव श्रृंखला जैसे कार्यक्रमों को लगातार चला रही है, जिसका सत्ताधारी दल कांग्रेस ने जमकर विरोध किया है.
देशभर में सीएए और एनआरसी को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. ऐसे में झारखंड में भी पक्ष और विपक्ष इस मुद्दे को लेकर आमने-सामने हैं. सड़क पर जहां लोग इसके विरोध में निकल रहे हैं, तो इस एक्ट को वापस करने की मांग को लेकर धरना भी बदस्तूर जारी है. ऐसे में अगर झारखंड की गठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस की बात करें, तो पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने सीधे तौर पर कहा है कि किसी भी हाल में झारखंड में इस कानून को लागू नहीं होने देंगे. साथ ही उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस तरह से इनकी ओर से सीएए और एनआरसी के समर्थन में रैलियां निकाली जा रही है. इससे यही लगता है कि इसके पीछे बड़ी साजिश है. इसके माध्यम से समाज को लड़ाने और समाज को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
वहीं झारखंड विकास मोर्चा के विधायक प्रदीप यादव ने सीधे तौर पर कहा है कि सीएए धर्म में धर्म के आधार पर विभेद करने का प्रयास है, जो आर्टिकल 14 और 15 के विरुद्ध जाता है. इस पर केंद्र सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह देश को मजबूत करने वाला नहीं बल्कि कमजोर करने वाला कानून है.

और पढ़ें- CAA के समर्थन में बंद रहा लातेहार, नहीं खुले आवश्यक सेवाओं के भी प्रतिष्ठान

कांग्रेस कर रही तुष्टीकरण

बीजेपी विधायक अनंत ओझा का सीएए और एनआरसी को लेकर मानना है कि इस कानून का सम्मान करते हुए इसका सभी को पालन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश के अंदर विभाजनकारी राजनीति बंद होनी चाहिए, जो देश हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि जो सपना पूजनीय महात्मा गांधी और नेहरू जी समेत श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देखा था. उन सपनों को 70 वर्षों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने साहसिक निर्णय लेकर पूरा करने का काम किया है. लेकिन कांग्रेस शुरू से ही तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है. जबकि तुष्टीकरण की राजनीति से देश को बाहर निकलना चाहिए और ऐसी राजनीति बंद होनी चाहिए.

Intro:रांची.सीएए और एनआरसी को लेकर लगातार देश में विरोध प्रदर्शन का दौर चल रहा है। जिससे झारखंड राज्य भी अछूता नहीं रहा है। इस कानून के विरोध में जहां सड़कों पर लोग उतर कर विरोध जताने से परहेज नही कर रहे हैं। तो धरने का भी दौर जारी है। ऐसे में गठबंधन दल की कांग्रेस पार्टी इस कानून के विरोध में है और झारखंड में किसी हाल में इस कानून को लागू नहीं होने देने की बात कर रहे हैं।तो वही उनके साथ झारखंड विकास मोर्चा के विधायक भी खड़े हैं। जबकि विपक्ष की बीजेपी पार्टी समर्थन में रैलियां और मानव श्रृंखला जैसे कार्यक्रमों को लगातार चला रही है। जिसका सत्ताधारी दल कांग्रेस ने जमकर विरोध किया है।


Body:देशभर में सीएए और एनआरसी को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। ऐसे में झारखंड में भी पक्ष और विपक्ष इस मुद्दे को लेकर आमने-सामने हैं। सड़क पर जहां लोग इसके विरोध में निकल रहे हैं। तो इस एक्ट को वापस करने की मांग को लेकर धरना भी बदस्तूर जारी है। ऐसे में अगर झारखंड की गठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस की बात करें। तो पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने सीधे तौर पर कहा है कि किसी भी हाल में झारखंड में इस कानून को लागू नहीं होने देंगे। साथ ही उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस तरह से इनके द्वारा सीएए और एनआरसी के समर्थन में रैलियां निकाली जा रही है। इससे यही लगता है कि इसके पीछे बड़ी साजिश है। इसके माध्यम से समाज को लड़ाने और समाज को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।


तो वहीं झारखंड विकास मोर्चा के विधायक प्रदीप यादव ने सीधे तौर पर कहा है कि सीएए धर्म में धर्म के आधार पर विभेद करने का प्रयास है। जो आर्टिकल 14 और 15 के विरुद्ध जाता है। इस पर केंद्र सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह देश को मजबूत करने वाला नहीं बल्कि कमजोर करने वाला कानून है।



Conclusion:जबकि बीजेपी विधायक अनंत ओझा का सीएए और एनआरसी को लेकर मानना है कि इस कानून का सम्मान करते हुए इसका सभी को पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के अंदर विभाजनकारी राजनीति बंद होनी चाहिए। जो देश हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि जो सपना पूजनीय महात्मा गांधी और नेहरू जी समेत श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देखा था। उन सपनों को 70 वर्षों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने साहसिक निर्णय लेकर पूरा करने का काम किया है। लेकिन कांग्रेस शुरू से ही तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है। जबकि तुष्टीकरण की राजनीति से देश को बाहर निकलना चाहिए और ऐसी राजनीति बंद होनी चाहिए।
Last Updated : Feb 2, 2020, 7:03 PM IST
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