रांचीः झारखंड में बिजली संकट (Power shortage in Jharkhand ) गहरा गया है. शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों में रोजाना बिलजी कटौती की जा रही है. इससे आमलोग दिन रात परेशान हो रहे हैं. इस परेशानी को देखते हुए मंगलवार को झारखंड बीजेपी ने बिजली कटौती की समस्या खत्म करने की मांग को लेकर विद्युत भवन के समक्ष धरना दिया है. धरना पर बैठे बीजेपी नेताओं ने कहा कि हमारी मांगों पर शीघ्र विचार नहीं किया गया तो मुख्यमंत्री आवास का बिजली कनेक्शन काटेंगे.
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मंगलवार को धुर्वा स्थित जेबीवीएनएल कार्यालय का घेराव करने पहुंचे भाजपा नेताओं ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य की जनता परेशान हैं और सरकार सोई हुई हुई है. महानगर भाजपा की ओर से आयोजित एकदिवसीय धरना प्रदर्शन के कारण बिजली बोर्ड कार्यालय जाम रहा. इस दौरान भाजपा नेताओं ने बिजली की किल्लत के लिए राज्य सरकार को दोषी मानते हुए कहा कि पिछली रघुवर सरकार में निर्वाध बिजली आपूर्ति की जाती थी. लेकिन तीन वर्षों की इस हेमंत सरकार में बिजली की आंखमिचौली से जनता परेशान हो चूकी है.
धरना पर बैठे प्रदेश भाजपा मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू ने कहा कि यदि बिजली का यही हाल रहा तो भाजपा कार्यकर्ता सीएम कार्यालय का बिजली कनेक्शन काटेगा. वहीं, महानगर भाजपा अध्यक्ष केके गुप्ता और भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बिजली की लचर व्यवस्था पर नाराजगी जताई. महानगर भाजपा अध्यक्ष केके गुप्ता ने कहा कि बिजली बोर्ड को एक सप्ताह पहले अल्टीमेटम दिया था. बिजली व्यवस्था ठीक नहीं हुआ तो कार्यालय का घेराव करेंगे. प्रतुल शाहदेव ने कहा कि बिजली को लेकर त्राहिमाम मचा हुआ है. ग्रामीण क्षेत्र में स्थिति और दयनीय है. बिजली की यही व्यवस्था कायम रहा तो बीजेपी अपना आंदोलन और तेज करेंगी.
झारखंड बिजली संकट जारी है. मांग के अनुरूप बिजली की आपूर्ति नहीं होने से आम लोगों की परेशानी बनी हुई है. पीक आवर यानी सुबह और शाम रांची सहित राज्य के अन्य शहरों में लोड शेंडिग की समस्या है. सेंट्रल पूल से बिजली कटौती होने के कारण राज्य में करीब 500 मेगावाट की कटौती की जा रही है. इससे लोड शेडिंग किया जा रहा है.