रांची: ईडी की कार्रवाई ने झारखंड की सियासत को गर्म कर रखा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के द्वारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पर संताल बिल्डर्स कंपनी में भूमिका होने के लगाए गए आरोप को बीजेपी ने खारिज करते हुए एक बार फिर पलटवार किया है. भाजपा प्रदेश महामंत्री बालमुकुंद सहाय ने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर पलटवार करते हुए कहा है कि बाबूलाल की संकल्प यात्रा से सत्तारूढ़ दल घबरा चुके हैं. अपने संकल्प यात्रा के दौरान बाबूलाल मरांडी जनता के बीच वही बात रख रहे हैं, जो राज्य में घटित हो रहा है.
उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था की लचर स्थिति से हर कोई भिज्ञ है. ऐसे में यदि बाबूलाल मरांडी सवाल उठाते हैं तो झारखंड मुक्ति मोर्चा को सही दस्तावेज लेकर आरोप लगाना चाहिए ना कि सुनी सुनाई बातों पर आरोप लगाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस संताल बिल्डर्स कंपनी की बात कही जा रही है, उसके कागज को सार्वजनिक किया जाना चाहिए. आज के समय में इस कंपनी में कौन-कौन डायरेक्टर हैं, इसकी भी जांच होनी चाहिए.
बाबूलाल मरांडी पर झामुमो का आरोप: ईडी के रडार पर आए शराब व्यवसायी योगेंद्र तिवारी से शनिवार को ईडी दफ्तर में पूछताछ होती रही. इधर, सियासी गलियारों में बाबूलाल मरांडी का योगेंद्र तिवारी के साथ नजदीकी होने पर राजनीतिक बहस जारी रही. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि 25 नवंबर 2005 को बनी संताल परगना बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में बाबूलाल मरांडी के काले धन को खपाया जाता है. बाबूलाल अपने काले कारनामों को छुपाने के लिए भाजपा की शरण में चले गए हैं.
झामुमो प्रवक्ता ने जारी किए थे कागजात: झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने इस संदर्भ में शुक्रवार को मीडिया के समक्ष कंपनी का कागजात जारी करते हुए कहा था कि इस कंपनी में तीन निदेशक हैं, जिसमें बाबूलाल मरांडी के दिवंगत भाई छोटू मरांडी के पुत्र रमिया मरांडी निदेशक हैं, दूसरी निदेशक लालिमा तिवारी हैं, जो सुनील तिवारी की पत्नी हैं. तीसरे निदेशक हैं मिहिजाम के योगेंद्र तिवारी. यह निदेशक होने के साथ-साथ बड़े जमीन ब्रोकर भी हैं. हालांकि, झारखंड मुक्ति मोर्चा के इस आरोप पर बाबूलाल मरांडी ने भी पलटवार करते हुए झामुमो को चुनौती दी है कि वह कागज दिखाएं कि आज इस कंपनी में कौन-कौन डायरेक्टर हैं और सरकार चाहे तो इसकी जांच भी करा ले.