रांची: पार्टी से कथित रूप से नाराज बीजेपी के सिटिंग एमपी रामटहल चौधरी और संथाल परगना के बोरियो से विधायक ताला मरांडी की पार्टी विरोधी बयानबाजी को लेकर बीजेपी खेमे में फिलहाल खामोशी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी फिलहाल इन दोनों जन प्रतिनिधियों के खिलाफ किसी भी तरह का कोई एक्शन लेने के मूड में नहीं हैं.
दरअसल चौधरी का टिकट 75 साल की उम्र पार हो जाने की वजह से आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है, वहीं ताला मरांडी राजमहल से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन उन्हें भी पार्टी ने मौका नहीं दिया.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ ने कहा कि रामटहल चौधरी की यह नाराजगी क्षणिक है, उन्हें जल्द ही मना लिया जाएगा. गिलुआ ने स्पष्ट किया कि पार्टी नेता उनसे बातचीत कर रहे हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि करिया मुंडा से उन्हें सीखना चाहिए. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि करिया मुंडा का भी टिकट उम्र अधिक होने की वजह से कट गया, लेकिन उन्होंने पार्टी के खिलाफ कोई वक्तव्य तक नहीं दिया. वहीं पार्टी के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम पर पार्टी की नजर है, और समय आने पर ही कार्रवाई की जाएगी.
पार्टी सूत्रों की मानें तो लोकसभा चुनावों तक इन दोनों नेताओं पर कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा. दरअसल चौधरी वैसे समुदाय से आते हैं जो न केवल रांची बल्कि कुछ अन्य लोकसभा सीटों पर बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसी वजह से पार्टी उनके खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के मूड में फिलहाल नहीं है. वैसे ही ताला मरांडी बोरियों से विधायक हैं, जिनका संथाल परगना के आदिवासी बहुल इलाके में बहुत अच्छी पकड़ है. बीजेपी का पूरा फोकस अभी संथाल परगना इलाके पर भी है, क्योंकि वहां की दो सीटें झामुमो के खाते में है. ऐसे में पार्टी ताला मरांडी के खिलाफ भी अभी कोई कार्यवाही करने से परहेज कर रही है.