रांचीः जुलाई महीने के अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात की. झारखंड बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े, प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, राज्यसभा सांसद आदित्य साहू सहित बड़ी संख्या में पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने पीएम के मन की बात कार्यक्रम को सुना.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को प्रेरणादायक बताते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि दुनिया मे यह अद्भुत और बेमिसाल कार्यक्रम है, जिसमें देश के प्रधानमंत्री अपने मन की बात देश की जनता से करते हैं. वह एक भारत श्रेष्ठ भारत के लिए हर किसी को अपना अपना योगदान देने का आह्वान करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोमो रेलवे स्टेशन जिसका नाम अब नेताजी सुभाषचंद्र बोस जंक्शन हो गया है उसका जिक्र किया है जो वास्तव में देश की आजादी के नायकों का सम्मान हैं. दीपक प्रकाश ने कहा कि इस कार्यक्रम से हमें एक नया मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है, जब मन की बात सुनते हैं तो ऊर्जा का संचार होता है.
रेडियो पर पीएम नरेंद्र मोदी की मन की बात में प्रधानमंत्री ने आजादी की रेलगाड़ी और रेलवे का जिक्र किया. उन्होंने पहला नाम झारखंड के गोमो रेलवे स्टेशन का लिया. पीएम ने कहा कि इसी रेलवे स्टेशन से नेताजी सुभाषचंद्र बोस कालका मेल पर सवार होकर फिरंगियों को चकमा दे दिया था. इसके साथ साथ पीएम ने उत्तर प्रदेश के काकोरी रेलवे स्टेशन का भी जिक्र किया, जहां आजादी के वीर नायक राम प्रसाद बिस्मिल और अशफाकउल्ला खान जैसे वीर सपूतों ने अंग्रजी खजाने को लूटकर फिरंगियों को अपनी ताकत का एहसास कराया था.
पीएम मोदी ने कहा कि देशभर के 24 राज्यों के 75 ऐसे रेलवे स्टेशनों को आजादी के 75वें अमृत महोत्सव में सजाया संवारा जा रहा है, वहां आजादी से जुड़ी कई जानकारियां होगी. इसलिए देशवासी और खासकर हमारी युवा पीढ़ी, स्कूली बच्चे और शिक्षक उन ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन पर जाएं और आजादी की लड़ाई कैसे लड़ी गयी, किस तरह हमें यह आजादी मिली है इसकी जानकारी लें. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में हर घर तिरंगा कार्यक्रम की भी चर्चा की.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में आयुर्वेदिक और भारतीय औषधियों की चर्चा की. उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में इन दवाओं की मांग बढ़ी है. यही वजह है कि आज कई तरह के इन्वेस्टमेंट आयुर्वेद और भारतीय औषधि के क्षेत्र में हो रही है और औषधीय पौधों पर रिसर्च किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शहद को आयुर्वेद में अमृत बताया गया है और यही शहद आज स्वरोजगार का हिस्सा बन रहा है, युवा बीटेक कर शहद के कारोबार से जुड़ रहे हैं.