ETV Bharat / state

क्या झारखंड में गिरने वाली है सरकार? बोले मरांडी- कांग्रेस विधायकों की अनदेखी करेगी तो विद्रोह होगा

author img

By

Published : Aug 25, 2021, 4:33 PM IST

Updated : Aug 25, 2021, 4:58 PM IST

झारखंड बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी और प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुकलाकत की है. दिल्ली दौरे का मकसद और झारखंड की वर्तमान हालात पर बाबूलाल मरांडी से खास बातचीत की ईटीवी भारत के संवाददाता शशांक कुमार ने.

BJP leader Babulal Marandi
BJP leader Babulal Marandi

नई दिल्ली: झारखंड के पूर्व सीएम और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. झारखंड में संगठन को और मजबूत किस तरह बनाया जाए इस पर चर्चा हुई है. झारखंड के मौजूदा सियासी हालात पर भी चर्चा हुई है. राज्य सरकार को जनहित के मुद्दों पर किस तरह और मजबूती से घेरना है इस पर भी वार्ता हुई है.

ये भी पढ़ें- झारखंड घोटाला कथा: ...तो क्या एक और पूर्व मुख्यमंत्री की जेल यात्रा की लिखी जा रही है स्क्रिप्ट


बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड विधानसभा के स्पीकर की तरफ से अबतक उन्हें नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिया गया है. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. झारखंड विकास मोर्चा मेरी पार्टी थी. मैंने डेढ़ साल पहले बीजेपी में अपनी पार्टी का विलय कर दिया था. चुनाव आयोग से भी मर्जर को मान्यता मिल गई. इसके बाद भी मुझको नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिया जा रहा है. स्पीकर का पद संवैधानिक पद होता है. उनको मेरे साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए.

बाबूलाल मरांडी के साथ खास बातचीत
मरांडी ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस के 16 में 11 विधायक हमारे संपर्क में नहीं हैं ना बीजेपी पैसे के दम पर उन लोगों को अपनी तरफ करने की कोशिश कर रही है. सरकार हम लोग नहीं गिराएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कोटे से जो लोग मंत्री बन गए हैं उनकी बात तो सब कोई सुन रहा है लेकिन कांग्रेस विधायकों की बात कोई नहीं सुन रहा. ट्रांसफर पोस्टिंग में उनकी बात नहीं सुनी जाती है, पुलिस अधिकारी, डीसी, सरकारी अधिकारी भी बात नहीं सुनते हैं. कांग्रेस विधायकों को अगर उचित सम्मान नहीं मिलेगा कांग्रेस की तरफ से या सरकार की तरफ से तो वह लोग विद्रोह तो कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें- गृहमंत्री अमित शाह का दिल्ली में भाजपा नेताओं संग झारखंड पर मंथन, भाजपा की झारखंड में बढ़ी हलचल

उन्होंने कहा कि अभी एक फल विक्रेता, एक छोटे दुकानदार और टाटा स्टील में काम करने वाले एक कर्मचारी कुल 3 लोगों को घर से पुलिस ने गिरफ्तार किया है और बाद में पुलिस ने कहा कि इन लोगों को होटल से गिरफ्तार किया गया है. क्योंकि यह लोग सरकार गिराने की कोशिश कर रहे थे. बाबूलाल कहना चाहते हैं कि इतने छोटे लोग कैसे सरकार गिरा सकते हैं? सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर झारखंड सरकार सभी को तंग कर रही है.

झारखंड में कांग्रेस अंदरूनी कलह से जूझ रही है. रामेश्वर उरांव झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और सरकार में मंत्री भी हैं. आलमगीर आलम विधायक दल के नेता हैं और राज्य सरकार में मंत्री भी हैं. कांग्रेसी विधायक चाहते हैं कि इन लोगों के पास कोई एक ही पद रहे. विधायक चाहते हैं कि उन लोगों को इसमें से कोई एक पद दिया जाए. झारखंड सरकार में एक मंत्री पद खाली है. उस पर भी कांग्रेस विधायकों की नजर है. कांग्रेस के कई विधायक बोर्ड, निगम में भी भागीदारी चाहते हैं. वहीं कांग्रेस के 11 विधायकों के बीजेपी के संपर्क में होने की बात सामने आई थी. 3 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी. सत्तापक्ष के तरफ से आरोप लगाया गया की बीजेपी पैसों के दम पर इन 3 लोगों के जरिये कांग्रेस विधायकों को तोड़कर झारखंड सरकार को गिराने की कोशिश कर रही थी.

वहीं, पूरे देश भर में जोर-शोर से जातीय जनगणना की मांग उठ रही है. झारखंड में सत्तापक्ष ने इसकी मांग की है. विधानसभा से प्रस्ताव पारित करके केंद्र सरकार को भेजा जा सकता है. इस पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आदिवासियों की गणना तो होती ही रही है. जातीय जनगणना जरूरी है या नहीं इस पर निर्णय तो केंद्र सरकार को लेना है. जो भी निर्णय लिया जाएगा वह सब को स्वीकार होगा.

नई दिल्ली: झारखंड के पूर्व सीएम और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. झारखंड में संगठन को और मजबूत किस तरह बनाया जाए इस पर चर्चा हुई है. झारखंड के मौजूदा सियासी हालात पर भी चर्चा हुई है. राज्य सरकार को जनहित के मुद्दों पर किस तरह और मजबूती से घेरना है इस पर भी वार्ता हुई है.

ये भी पढ़ें- झारखंड घोटाला कथा: ...तो क्या एक और पूर्व मुख्यमंत्री की जेल यात्रा की लिखी जा रही है स्क्रिप्ट


बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड विधानसभा के स्पीकर की तरफ से अबतक उन्हें नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिया गया है. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. झारखंड विकास मोर्चा मेरी पार्टी थी. मैंने डेढ़ साल पहले बीजेपी में अपनी पार्टी का विलय कर दिया था. चुनाव आयोग से भी मर्जर को मान्यता मिल गई. इसके बाद भी मुझको नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिया जा रहा है. स्पीकर का पद संवैधानिक पद होता है. उनको मेरे साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए.

बाबूलाल मरांडी के साथ खास बातचीत
मरांडी ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस के 16 में 11 विधायक हमारे संपर्क में नहीं हैं ना बीजेपी पैसे के दम पर उन लोगों को अपनी तरफ करने की कोशिश कर रही है. सरकार हम लोग नहीं गिराएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कोटे से जो लोग मंत्री बन गए हैं उनकी बात तो सब कोई सुन रहा है लेकिन कांग्रेस विधायकों की बात कोई नहीं सुन रहा. ट्रांसफर पोस्टिंग में उनकी बात नहीं सुनी जाती है, पुलिस अधिकारी, डीसी, सरकारी अधिकारी भी बात नहीं सुनते हैं. कांग्रेस विधायकों को अगर उचित सम्मान नहीं मिलेगा कांग्रेस की तरफ से या सरकार की तरफ से तो वह लोग विद्रोह तो कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें- गृहमंत्री अमित शाह का दिल्ली में भाजपा नेताओं संग झारखंड पर मंथन, भाजपा की झारखंड में बढ़ी हलचल

उन्होंने कहा कि अभी एक फल विक्रेता, एक छोटे दुकानदार और टाटा स्टील में काम करने वाले एक कर्मचारी कुल 3 लोगों को घर से पुलिस ने गिरफ्तार किया है और बाद में पुलिस ने कहा कि इन लोगों को होटल से गिरफ्तार किया गया है. क्योंकि यह लोग सरकार गिराने की कोशिश कर रहे थे. बाबूलाल कहना चाहते हैं कि इतने छोटे लोग कैसे सरकार गिरा सकते हैं? सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर झारखंड सरकार सभी को तंग कर रही है.

झारखंड में कांग्रेस अंदरूनी कलह से जूझ रही है. रामेश्वर उरांव झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और सरकार में मंत्री भी हैं. आलमगीर आलम विधायक दल के नेता हैं और राज्य सरकार में मंत्री भी हैं. कांग्रेसी विधायक चाहते हैं कि इन लोगों के पास कोई एक ही पद रहे. विधायक चाहते हैं कि उन लोगों को इसमें से कोई एक पद दिया जाए. झारखंड सरकार में एक मंत्री पद खाली है. उस पर भी कांग्रेस विधायकों की नजर है. कांग्रेस के कई विधायक बोर्ड, निगम में भी भागीदारी चाहते हैं. वहीं कांग्रेस के 11 विधायकों के बीजेपी के संपर्क में होने की बात सामने आई थी. 3 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी. सत्तापक्ष के तरफ से आरोप लगाया गया की बीजेपी पैसों के दम पर इन 3 लोगों के जरिये कांग्रेस विधायकों को तोड़कर झारखंड सरकार को गिराने की कोशिश कर रही थी.

वहीं, पूरे देश भर में जोर-शोर से जातीय जनगणना की मांग उठ रही है. झारखंड में सत्तापक्ष ने इसकी मांग की है. विधानसभा से प्रस्ताव पारित करके केंद्र सरकार को भेजा जा सकता है. इस पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आदिवासियों की गणना तो होती ही रही है. जातीय जनगणना जरूरी है या नहीं इस पर निर्णय तो केंद्र सरकार को लेना है. जो भी निर्णय लिया जाएगा वह सब को स्वीकार होगा.

Last Updated : Aug 25, 2021, 4:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.