रांचीः बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के डायरेक्टर रिसर्च डॉ अब्दुल वदूद ने शनिवार को विभिन्न शोध परियोजनाओं से जुड़े और कार्यरत वैज्ञानिकों के साथ ऑनलाइन बैठक की. इस दौरान डॉ वदूद ने कहा कि प्री मानसून वर्षा कृषि कार्य के लिए कल्याणकारी है. अगले कुछ दिनों तक प्री मानसून बरकरार रहने की संभावना है. जो खरीफ खेती के लिए बेहतर अवसर साबित हो सकती है.
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शोध कार्यक्रमों को ससमय पूरा करने का निर्देश
डायरेक्टर रिसर्च डॉ अब्दुल वदूद कहा कि बीएयू कुलपति डॉ ओएन सिंह ने खरीफ के सभी शोध कार्यक्रमों को ससमय पूरा करने का निर्देश दिया है. इस बाबत विवि के अधीन तीन संकायों में कार्यरत सभी विभाग एक सप्ताह के अंदर ऑफलाइन या ऑनलाइन माध्यम से रिसर्च एंड बजट की बैठक पूरी करें. सभी विभाग इस अवधि में खरीफ रिसर्च हाईलाइट को निदेशालय को मुहैया कराएं. ताकि विवि स्तर से आयोजित खरीफ रिसर्च काउंसिल की बैठक में रिसर्च कार्यक्रमों की उपयोगिता पर मंथन किया जा सके. साथ ही आगामी खरीफ रिसर्च की रणनीति और कार्ययोजना का अनुमोदन काउंसिल से लिया जा सके. कोविड के निर्देशों का पालन करते हुए शोध गतिविधियों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया.
खरीफ कार्यक्रम को आगे बढ़ाने पर दिया गया बल
डायरेक्टर रिसर्च ने पूर्व वर्ष की भांति राज्य के तीनों क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्रों और शुष्क भूमि परियोजना के आगामी खरीफ शोध कार्यक्रमों को चलाने का निर्देश दिया. इन केंद्रों के एसोसिएट डायरेक्टर को रिसर्च एंड बजट की बैठक में खरीफ कार्यक्रम को आगे बढ़ाने पर बल दिया. साथ ही सभी संसाधन मुहैया कराने की बात कही.
शोध परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों दिए गए निर्देश
बैठक में मुख्यालय के शोध परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों को पिछले खरीफ मौसम के समान आगामी खरीफ शोध कार्यक्रमों में रिसर्च फील्ड का यथावत आवंटन बरकरार रखने की बात कही गयी. निदेशालय की ओर से खेत की जुताई और तैयारी में प्रयुक्त संसाधन, खाद व बीज की उपलब्धता को प्राथमिकता और त्वरित समाधान की बात कही गई.